दलाल के चक्कर पड़ रमेश जिन्दगी और मौत से जूझता


संवाददाता दुर्गेश प्रजापति की खास रिपोर्ट
सिसवा बाजार। जनपद महराजगंज क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत व पोस्ट बड़हरा महंथ के निवासी रमेश पुत्र डाढ़यू निहायत गरीब व्यक्ति है उसको पेशाब करने में दिक्कत हो रही थी तो रूनमति हॉस्पिटल शिकारपुर में कार्यरत तारीफ पुत्र आबिद की रमेश से उसके गांव में रिश्ते में आया था मुलाकात हो गई उसके बहकावे में आ गया,जिस पर तारीफ रमेश को उक्त हॉस्पिटल पर ले गया। जहां सारा जांच करवा कर उसका उक्त हॉस्पिटल में आपरेशन करवा दिया,लेकिन जांच व आपरेशन सही तरीके से न होने के कारण बीमारी जस का तस ही रहा तो पुनः उक्त तारीफ़ व आपरेशन करने वाले डाक्टर ने रमेश को गोरखपुर फर्टिलाइजर के पास स्थित नीरा हॉस्पिटल में बुलाकर पुनः जांच पड़ताल करवाकर दुबारा आपरेशन कर दिया और पेशाब हेतु नली डाल दिया,लेकिन उसके बाद भी रमेश की बीमारी जस का तस ही रहा। जब रमेश का भाई उक्त आरिफ से अपने भाई के विषय में बताया तो आरिफ ने तीसरी बार रमेश को बुलाकर उसके पास जो जांच रिपोर्ट व आपरेशन के से संबंधित पर्चा था,उसके अपने पास रखकर खदेड़ दिया। उक्त दवा के चक्कर में रमेश के पास जो दो चार डिसमिल खेत था। वह भी बिक गया,इस समय वह अपने परिवार बच्चों के साथ भीख मांगने पर मजबूर हैं और आठ महीने से जो उक्त डाक्टर पेशाब के लिए नली डाला था,उसी तरह से है और वह मांस पकड़ लिया है, जो नली उक्त डाक्टर के अनुसार बिना तीसरा आपरेशन का नहीं निकाला जा सकता। प्रश्न तो यह है की रमेश के पास अब कुछ बचा नहीं है खाने के लिए मोहताज है, तीसरा आपरेशन हो तो कैसे जिससे उस दलाल ने रमेश को मौत के मुहाने पर लाकर खड़ा कर दिया है। जिसके संबंध मे जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्साधिकारी जनपद महराजगंज को रजिस्टर्ड प्रार्थना पत्र देकर न्याय का गुहार लगाया है देखना है संबंधित अधिकारी रमेश को न्याय दिलाते है या जिन्दगी और मौत से जूझ रहे व्यक्ति को उसके साथ न्याय करते हैं की नही।