साइबर अपराधियों पर महराजगंज पुलिस का सर्जिकल स्ट्राइक

उप संपादक पंकज मणि त्रिपाठी
महराजगंज:”जहां चाह होती है,वहां राह निकल ही आती है”यह पंक्ति जनपद महराजगंज की साइबर क्राइम टीम पर सटीक बैठती है। टीम ने न केवल ठगे गए लोगों की मेहनत की कमाई वापस दिलाई,बल्कि यह भी सिद्ध किया कि उत्तर प्रदेश पुलिस आम जनमानस के विश्वास की भी प्रहरी है।
पुलिस अधीक्षक सोमेन्द्र मीना के निर्देशन और अपर पुलिस अधीक्षक एवं साइबर क्राइम के नोडल अधिकारी आतिश कुमार सिंह के पर्यवेक्षण में साइबर थाना महराजगंज ने 13 मामलों में ₹23,19,656 की धनराशि रिकवर कर पीड़ितों के खातों में वापस कराई। डिजिटल युग में जहां तकनीक ने जीवन आसान बनाया है, वहीं साइबर अपराधी इसी तकनीक का दुरुपयोग कर रहे हैं। कभी “डिजिटल अरेस्ट”के नाम पर डराकर,तो कभी सोशल मीडिया के फर्जी लिंक के जरिए डेटा चुराकर लोगों को ठगा जा रहा है।
-ठगी के 13 मामलों में ₹23 लाख से अधिक की राशि वापस,आमजन का भरोसा बढ़ा
-पीड़ितों को ठगी गई रकम वापस मिली,एसपी के निर्देश पर साइबर टीम की त्वरित कार्रवाई
-डिजिटल अरेस्ट,फर्जी लिंक जैसे हथकंडों से हो रही थी साइबर ठगी,पुलिस ने कसा शिकंजा
-पीड़ितों की आंखों में छलके आंसू,भरोसा जताया पुलिस की संवेदनशीलता और तत्परता पर
-साइबर थाना महराजगंज ने तकनीक,टीमवर्क और तेज़ी से पेश की पूरे प्रदेश में मिसाल
-साइबर अपराध के खिलाफ पुलिस की ‘डिजिटल जंग’बनी जनता की सुरक्षा में नई ढाल।
परंतु इन मामलों में पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने यह साबित कर दिया कि भले ही अपराध डिजिटल हो, यूपी पुलिस अब साइबर वॉरियर के रूप में तैयार है। 3 अप्रैल 2025 को जब पीड़ितों को उनकी राशि वापस मिली,तो कई की आंखों में राहत और आभार के आंसू थे। सैरून निशा,रमेश यादव और उपेन्द्र कुमार चौबे जैसे पीड़ितों ने साइबर टीम का आभार जताते हुए कहा कि पुलिस ने जो किया वह किसी चमत्कार से कम नहीं है। इसे उन्होंने ईमानदारी और इंसानियत की असली तस्वीर कहा।
पुलिस अधीक्षक सोमेन्द्र मीना ने टीम की सराहना करते हुए कहा कि जनता की मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने इसे एक सामाजिक उत्तरदायित्व का उदाहरण बताया और कहा कि आगे भी ऐसे अभियानों के साथ जनजागरूकता को बढ़ावा दिया जाएगा। यह सफलता सिर्फ ठगी का शिकार हुए लोगों के लिए राहत नहीं,बल्कि पूरे जनपद के लिए यह विश्वास भी है कि पुलिस हर कदम पर उनके साथ खड़ी है। साइबर टीम के प्रयास ने यह दिखा दिया कि जब सोच मानवतावादी हो,तो वर्दी भी एक सहारा बन जाती है।
पीड़ितो का विवरण
1-सैरून निशा पत्नी जाहिद अली थाना चौक महारजगंज से कुल 10000.00 रूपया ।
2-इरफान अन्सारी पुत्र निजामुद्दीन थाना सिन्दुरिया महराजगंज से कुल 53327.00 रूपया ।
3-रमेश यादव पुत्र रामअवध यादव थाना बृजमनगंज जनपद महराजगंज से कुल 99998.00 रूपया
4-सचीन प्रसाद पुत्र विश्वनाथ थाना श्यामदेउरवां से कुल 1820.00 रूपया ।
5-बीरेन्द्र प्रसाद पुत्र स्वं सुखलाल प्रसाद थाना निचलौल से कुल 60000.00 रूपया
6-उपेन्द्र कुमार चौबे पुत्र गिरीजांशंक चौबे थाना सिन्दुरिया से कुल 1900000.00 रूपया
7-आशा पुत्री रामप्रवेश थाना कोतवाली से कुल 50000.00 रूपया
8-मीना देवी पत्नी सिखजी थाना कोतवाली 9011.00 रूपया
9-हरिराम पुत्र जंगली थाना पुरन्दरपुर से कुल 44000.00 रूपया
10-रामजन्द्र गुप्ता थाना कोतवाली से कुल 40000.00 रूपया
11-पवन मौर्या पुत्र सुग्रीव थाना पनियरा से कुल 15100.00 रूपया
12-हिमान्शु गुप्ता पुत्र सुरेन्द्र गुप्ता थाना भिटौली से कुल 17000.00 रूपया
13-उदयभान सिंह पुत्र जंगबहादुर सिहं थाना फरेन्दा से कुल 19400.00 रूपया
बरामद करने वाली पुलिस टीम में साइबर क्राइम प्रभारी निरीक्षक सजनू यादव,उ0नि0 अमित यादव,क0आ0 ग्रेड-ए प्रफुल्ल कुमार यादव,हे0का0 आलोक पाण्डेय,हे0का0 सत्येन्द्र मल्ल,हे0का0 कृष्णा सिंह,हे0का0 विजय गौड़,म0हे0का0 चन्द्रप्रभा वर्मा,का0 सन्तोष शर्मा,का0 पियूषनाथ तिवारी,का0 विशाल प्रजापति और म0का0 गुन्जन यादव मौजूद रहें।