मां लक्ष्मी की मूर्ति का बड़े धूमधाम के बिदाई के साथ किया गया विसर्जन


उप संपादक शत्रुघ्न प्रजापति
महराजगंज। जनपद में आज मां लक्ष्मी की मूर्ति का विसर्जन बड़े धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ किया गया। लक्ष्मी पूजा के दौरान कई दिनों तक चले इस उत्सव के बाद,भक्तों ने मां लक्ष्मी को नम आंखों और मंगलकामनाओं के साथ विदा किया। विसर्जन के दौरान पूरे नगर में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली। ढोल-नगाड़ों की गूंज,शंख ध्वनि और जयकारों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। विसर्जन के जुलूस में युवाओं से लेकर बुजुर्गों,महिलाओं तक ने हिस्सा लिया। महिलाओं ने पारंपरिक लाल-पाड़ साड़ी पहनकर“सिंदूर खेला”का आयोजन किया,जिसमें उन्होंने एक दूसरे को सिंदूर लगाकर मां लक्ष्मी से सुख,समृद्धि और शांति की प्रार्थना की। जुलूस में मां लक्ष्मी की भव्य मूर्तियों को सजाए गए टालियो पर रखा गया था और भक्तगण नाचते-गाते हुए इन्हें विसर्जन स्थल तक ले गए। प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे और पुलिस ने यातायात की सुचारु व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मां लक्ष्मी के विसर्जन के साथ ही लक्ष्मी पूजा का समापन हुआ,लेकिन भक्तों ने अगले वर्ष पुनः मां के स्वागत की आशा और उत्साह के साथ विदाई दी।

विसर्जन समारोह के दौरान,ढोल-नगाड़ों की गूंज,शंखनाद और धार्मिक गीतों के बीच मां लक्ष्मी की मूर्तियों को या तालाब में विसर्जित किया,इस अवसर पर लोगों ने ढोल-धमाके के साथ नाचते-गाते हुए मां की विदाई की और उनके अगले वर्ष पुनः आगमन की कामना की। इस धार्मिक आयोजन ने पूरे देश में भक्ति और उत्साह का माहौल बना दिया,जहां मां लक्ष्मी की शक्ति और आशीर्वाद के प्रति लोगों की अटूट श्रद्धा साफ झलक रही थी। यह आयोजन सामाजिक एकता और धार्मिक आस्था को और मजबूत करता है।