उत्तर प्रदेशलखनऊ

मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों से संवाद किया और उनके क्षेत्र में‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान की तैयारियों की जानकारी प्राप्त की

सांसदगण अपनी-अपनी लोकसभा क्षेत्र की सभी विधान सभा क्षेत्रों में समय दें और लोगों को पौधारोपण के लिए प्रेरित करें

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प्रांजल केसरी न्यूज डेस्क
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज अपने सरकारी आवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ‘एक पेड़ मां के नाम’ वृक्षारोपण महाअभियान-2025 के सफल क्रियान्वयन हेतु प्रदेश के मंत्रिगण,सांसदगण,विधायकगण एवं विधानपरिषद सदस्यों के साथ संवाद किया। उन्होंने कहा कि यदि हम एक पौधे को जीवन देंगे,तो वह भविष्य में वृक्ष बनकर हमें भी जीवन देगा। विगत 08 वर्षों में ईमानदारी से किए गए प्रयासों का परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेश के वन आच्छादन में व्यापक वृद्धि हुई है। वर्ष 2017 के पहले प्रदेश में वन एवं खनन माफिया हावी थे। इस कारण प्रदेश का वन आच्छादन नीचे गिरता चला गया था।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने तथा पर्यावरण संतुलन बनाए रखने हेतु व्यापक जन आन्दोलन के माध्यम से वृक्षारोपण कर हरित आवरण में वृद्धि करने के लिए प्रदेश सरकार कटिबद्ध है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के पर्यावरण बचाने एवं भविष्य बचाने के अभियान के साथ उत्तर प्रदेश जुड़ चुका है। उत्तर प्रदेश मिशन मोड पर प्रधानमंत्री जी के पवित्र संकल्प को धरातल पर उतारने के लिए संकल्पित है। विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी नियोजित प्रयासों के माध्यम से इस अभियान को सफलता की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाना है। 09 जुलाई को 37 करोड़ पौधों का रोपण कर उत्तर प्रदेश, देश में रिकॉर्ड बनाने जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के नकारात्मक परिणाम आज सबके सामने आ रहे हैं,जिसे लेकर दुनिया के पर्यावरणविद् चिंतित हैं। अगर इसे संतुलित नहीं किया गया, तो भूस्खलन, अतिवृष्टि एवं बाढ़ जैसी अन्य समस्याएं हमारे सामने होंगी। धरती माता को पर्यावरण संरक्षण के माध्यम से ही बचाया जा सकता है, इसके लिए प्रदेश के वन आच्छादन को बढ़ाना आवश्यक है। एक्सप्रेस-वे,हाई-वे,इण्टरस्टेट कनेक्टिविटी मार्ग, अमृत सरोवरां, नदियों के किनारे तथा धार्मिक स्थलों एवं उनको जोड़ने वाले मार्गों के किनारे पौधरोपण करें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनप्रतिनिधिगण अपने-अपने क्षेत्रों में इस अभियान का नेतृत्व करें। जनप्रतिनिधिगण वृक्षारोपण के इस अभियान में निजी क्षेत्रों,एन0जी0ओ0, धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं,व्यापारिक संगठनों तथा एन0एस0एस0/ स्काउट्स-गाइड/एन0सी0सी0 कैडेट्स को जोड़ें। इस अभियान के तहत प्रदेश सरकार की तरफ से 60 लाख से अधिक प्रधानमंत्री आवास योजना तथा मुख्यमंत्री आवास योजना के लाभार्थी परिवारों एवं जीरो पॉवर्टी अभियान से जुड़े 15 लाख से अधिक परिवारों को दो-दो सहजन के पौधे दिए जा रहे हैं। प्रोटीन एवं विटामिन का भण्डार सहजन कुपोषण से बचाने में सहायक साबित होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी द्वारा लिए गए संकल्प के अनुरूप भारत वर्ष 2070 तक कार्बन उत्सर्जन के सम्बन्ध में नेट जीरो का लक्ष्य प्राप्त करने में सफल रहेगा। उज्ज्वला योजना के तहत 10 करोड़ लोगों को निःशुल्क दिया गया गैस का कनेक्शन कार्बन उत्सर्जन को कम करने की दिशा में एक प्रभावी प्रयास है। मुख्यमंत्री जी ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि वह अपने खेड़ की मेड़ पर पौधरोपण करें और 05 वर्ष बाद कार्बन क्रेडिट के तहत उन्हें धनराशि का भुगतान किया जाएगा। इस वर्ष सात मण्डलों के हजारों किसानों 42 लाख 20 हजार रुपये की धनराशि का भुगतान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नदी पुनरोद्धार की दिशा में प्रदेश के प्रत्येक जनपद में कुछ न कुछ कार्य हुए हैं। इसके दृष्टिगत नदियों के तटवर्ती क्षेत्रों में पौधरोपण करें। प्रभारी मंत्रिगण इस अभियान के अन्तर्गत अपने प्रभार वाले जनपदों में अवश्य जाएं। उन्होंने सांसदगण से अपील की कि वह अपनी-अपनी लोकसभा क्षेत्र की सभी विधानसभा क्षेत्रों में समय दें और लोगों को पौधारोपण के लिए प्रेरित करें।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री जी ने जनप्रतिनिधियों से संवाद भी किया और उनसे उनके क्षेत्र में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान की तैयारियों की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने अलीगढ़ के सांसद सतीश कुमार गौतम,गोरखपुर के सांसद रवि किशन शुक्ल,हाथरस जनपद के सादाबाद विधानसभा क्षेत्र से विधायक गुड्डु  चौधरी,प्रतापगढ़ सदर विधायक राजेन्द्र कुमार मौर्या,लखनऊ की मलीहाबाद सीट से विधायक जयदेवी एवं आजमगढ़ से विधान परिषद सदस्य विजय बहादुर पाठक से संवाद किया। इस दौरान जनप्रतिनिधियों ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में वृक्षारोपण महाअभियान अवश्य सफल होगा। अभियान को लेकर क्षेत्र में व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इस अभियान से समाज का हर वर्ग जुड़ चुका है।

 

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