निचलौलमहराजगंज

मामा-भांजी का रिश्ता हुआ शर्मसार,मामा-भांजी ने खाया जहरीला पदार्थ

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संपादक नागेश्वर चौधरी
महराजगंज। जनपद के निचलौल स्थित एक मोहल्ले से बृहस्पतिवार को मामा-भांजी के पवित्र रिश्ते को शर्मसार कर देने वाला प्रकरण सामने आया है। जहां प्रेम-प्रसंग में मामा-भांजी ने जहर खा लिया। कुछ देर बाद दोनों की हालत बिगड़ते देख परिजन एक साथ दोनों को आनन फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र निचलौल में भर्ती कराया। जहां पर डॉक्टरों के काफी प्रयास करने के बाद भी दोनों की हालत में सुधार नहीं हुआ। डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज के बाद दोनों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। वहीं मामा के इस करतूत को लेकर अस्पताल परिसर में चारों ओर चर्चा बनी रही। अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के सामने गैलेरी में स्ट्रेचर पर लेटे मामा और भांजी का इलाज चल रहा था। घटना की सूचना पाकर इसी बीच अस्पताल में एक पुलिस कर्मी भी आ पहुंचे। जहां पर उक्त पुलिस कर्मी के काफी प्रयास के बाद मामा किसी तरह थोड़ा होश में आया। उसके बाद वह हाथ जोड़ बिलखते हुए कहा की उन्हे और भांजी को बचा लीजिए। पुलिस कर्मी के पूछताछ में मामा ने आगे बताया की उसका भांजी से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों एक साथ जीना और मरना चाह रहे थे। इसलिए वह एक दुकान से घास सुखाने वाली जहर खरीद घर लाया। जहां पर भांजी को खिलाने के बाद खुद भी खा लिया। उसके बाद पुलिस कर्मी ने मामले की सच्चाई जानने के लिए भांजी के पास पहुंच पूछताछ की। जहां पर भांजी ने बताया की मामा ने पानी में कुछ घोल दिया था। जो सफेद हो चुकी थी।

घटना के संबंध सीओ निचलौल द्वारा दी गई जानकारी

जिसे मामा ने चाउमीन के साथ पीला दिया। कुछ देर बाद पेट में अचानक तेज दर्द होने लगी। वही घटना की सूचना पाकर ससुराल से अस्पताल पहुंची भांजी की मां ने बताया की बेटी का उम्र करीब 15 है। बेटी की लगभग 15 दिनों पहले तबीयत खराब हुई थी। बेटी का इलाज कराने के लिए नेपाल राष्ट्र के अपने गांव से मायके आई थी। जहां पर बेटी का इलाज कराने के बाद उसे मायके में माता-पिता के पास छोड़ ससुराल लौट गई। भाई और बेटी के इस करतूत को उन्हे कभी भी आशंका नहीं हुई थी। इतनी बात कहते हुए बेटी को बचाने के लिए गुहार लगाने लगी। इस संबंध में थाना प्रभारी निरीक्षक गौरव कन्नौजिया ने कहा की अभी इस तरह की घटना का उन्हे कोई जानकारी नहीं है।

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