मां के धूम्रपान से शिशुओं के हृदय पर असर


प्रांजल केसरी
हेल्थ। प्रसव के दौरान ऐसे शिशु सांस लेने में दिक्कत झेलते हैं,जिनकी मां ने गर्भावस्था के दौरान धूम्रपान किया होता है। इस कारण शिशुओं के हृदय,मस्तिष्क और किडनी पर बुरा असर पड़ता है। सहारनपुर के राजकीय मेडिकल कॉलेज में 100 बच्चों पर हुए अध्ययन में ये चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। अध्ययन के मुताबिक,सबसे पहले देखा गया कि प्रसव के दौरान उन नवजातों को सांस लेने में परेशानी हो रही है, जिनकी मां ने गर्भावस्था में धूम्रपान किया है। राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर प्रमोद यादव ने बताया,नवजात का 90 फीसदी विकास गर्भ में ही होता है। जन्म लेने के बाद नवजात के पहले सांस पर पूरा स्वास्थ्य काफी हद तक निर्भर होता है। देखा गया कि जन्म लेने के बाद जो बच्चे सही से सांस नहीं ले पाये है,उनकी मां ने गर्भावस्था में सिगरेट आदि का सेवन किया था। इस कारण गर्भवती का रक्तचाप बढ़ने के साथ गर्भ में पल रहा शिशु उसकी चपेट में आ गया। यह वजह रही कि गर्भ से बाहर आने पर सांस लेने में उसको घुटन का सामना तो करना ही पड़ा,साथ ही उसके मस्तिष्क पर भी गहरा असर देखने को मिला।