
प्रांजल केसरी न्यूज एजेंसी
महराजगंज। भारत-नेपाल की अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर महराजगंज के नवागत जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा और पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीणा ने रविवार को सोनौली सीमा का दौरा किया। अधिकारियों ने सीमा पर तैनात सुरक्षा एजेंसियों के साथ गहन समीक्षा करते हुए आने-जाने वाले यात्रियों की जांच प्रक्रिया को परखा और संबंधित अधिकारियों से बारीकी से जानकारी प्राप्त की।
रविवार दोपहर लगभग 1 बजे जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक सोनौली पहुंचे। जिलाधिकारी का यह दौरा उनके पदभार ग्रहण के बाद पहली बार था जब वे नेपाल सीमा पर पहुंचे और जमीनी हालात का आकलन किया। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने सीमा पर सक्रिय सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उपस्थित जवानों से संवाद किया और उनके अनुभवों को सुना।

तत्पश्चात जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने भारत-नेपाल सीमा पर स्थित सोनौली में निर्माणाधीन इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट का निरीक्षण किया। यह चेक पोस्ट करीब 100 एकड़ क्षेत्र में बन रहा है। इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 400 करोड़ रुपये है। जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने निर्माण कार्य का बारीकी से जायजा लिया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट के निर्माण से सीमावर्ती क्षेत्र में यात्री आवागमन और व्यापारिक गतिविधियों को सुविधाजनक बनाने में मदद मिलेगी। यह सुविधा भारत-नेपाल के बीच सीमा प्रबंधन को और अधिक कुशल बनाएगी।

जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने भारत से नेपाल और नेपाल से भारत आने-जाने वाले यात्रियों की जांच प्रक्रिया का प्रत्यक्ष अवलोकन किया। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि सीमा पार करने वाले सभी नागरिकों की सही तरीके से पहचान हो और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। निरीक्षण के पश्चात जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने एसएसबी तथा स्थानीय पुलिस तथा नेपाल के उच्च अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की। बैठक में सुरक्षा व्यवस्था व अवैध गतिविधियो और सुरक्षा की चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा की गई। अधिकारियों ने आपसी समन्वय बढ़ाने और तकनीकी निगरानी को मजबूत करने के निर्देश दिए।

निरीक्षण के दौरान क्षेत्राधिकारी नौतनवां जयप्रकाश त्रिपाठी,सोनौली थानाध्यक्ष अजीत प्रताप सिंह,सोनौली चौकी प्रभारी बृजभान यादव सहित बड़ी संख्या में पुलिस और एसएसबी के अधिकारी व जवान मौजूद रहे। सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि सीमा पर चौकसी में कोई कोताही न बरती जाए और स्थानीय स्तर पर जनसहयोग लेते हुए सतर्कता बनाए रखी जाए।