शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए बेसिक शिक्षा परिषद ने की नई व्यवस्था शुरू


ब्यूरो चीफ शोएब
चंदौली: जिले में परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए बेसिक शिक्षा परिषद ने नई व्यवस्था की है। कांवेन्ट की तर्ज पर अब प्रत्येक माह नौनिहालों का टेस्ट होगा। शिक्षक उनका शैक्षिक स्तर परखेंगे। इससे उनके शैक्षिक स्तर में सुधार होगा। आकलन के बाद अभिभावक शिक्षक बैठक कर बच्चों की प्रगति रिपोर्ट अभिभावकों को दी जाएगी। यही नहीं अभिभावकों से संवाद किया जाएगा कि नौनिहाल किस तरह और बेहतर कर सकते हैं। विभाग के अनुसार यह व्यवस्था नए शैक्षणिक सत्र 2025-26 में लागू होगी। जनपद में 1185 प्राथमिक,उच्च प्राथमिक व कंपोजिट विद्यालय हैं। इनमें एक लाख 87 हजार के करीब बच्चे पंजीकृत हैं। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से हर माह के हिसाब से नौनिहालों का कोर्स तय कर दिया गया है। प्रत्येक माह शिक्षक उस कोर्स को पढ़ाकर रिवीजन कराएंगे। प्रत्येक बच्चे का शैक्षिक आकलन करेंगे। यदि बच्चा पढ़ाई में कमजोर पाया जाता है तो उस पर अतिरिक्त रूप से ध्यान दिया जाएगा। वहीं,विभिन्न शैक्षणिक सामग्री प्रिंटरिच मैटेरियल,विग बुक्स,पिक्चर स्टोरी कार्ड,पोस्टर्स,वार्तालाप चार्ट्स,लाइब्रेरी बुक्स, टीएलएम के माध्यम से पढ़ाई कराई जाएगी। इससे उनका बौद्धिक विकास तो होगा ही साथ ही नई गतिविधियों में शामिल होने का अवसर मिलेगा। इसके लिए शेड्यूल तैयार कराया गया है। प्रधानाध्यापक अपने स्कूलों में पठन-पाठन सुनिश्चित कराएंगे।इस संबंध में एडी बेसिक उमेश शुक्ला ने बताया कि परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए लगातार प्रयास किया जा रहे हैं। बेहतरी के लिए योजनाएं प्रभावी रूप से लागू कराई जा रही है। विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों का शैक्षिक आकलन प्रत्येक माह होगा। उसी प्रकार उनकी रिपोर्ट तैयार की जाएगी। यह व्यवस्था नए शिक्षा सत्र से शुरू की जाएगी।