नि:शुल्क कैंसर की प्राथमिक जांच एवं प्रशिक्षण शिविर का किया गया आयोजन


मुन्ना अंसारी राज्य ब्यूरो
गोरखपुर। मुख्य चिकित्साधिकारी बस्ती के सहयोग से मुख्य मार्ग से दूर स्धित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुबौलिया बस्ती के प्रांगण में दिनांक 13 दिसंबर 2024 दिन शुक्रवार को प्रातः 10:00 बजे से शाम 3:00 बजे तक हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल एवं शोध संस्थान,गीता वाटिका,गोरखपुर द्वारा नि:शुल्क कैंसर की प्राथमिक जांच एवं प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में दिखाने एवं परामर्श लेने 103 लोग आए जिन्हें कैंसर अस्पताल के चिकित्सक डाक्टर सी.पी. अवस्थी ने सहायक चिकित्सक डॉक्टर राकेश श्रीवास्तव की सहयोग से बारी बारी से हर एक का मूल्यांकन,सलाह,कैंसर संबंधित लक्षण की जांच और उचित परामर्श एवं निशुल्क दवाई दी। कैंसर के प्रकार एवं उनके लक्षण और इलाज के विषय में मरीजों एवं उनके परिजनों को बताया गया।

कैंसर जागरूकता अभियान के तहत इस स्वास्थ्य केंद्र से संबंधित स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं एवं अस्पताल में आए सभी लोगों को बुलाकर उनको कैंसर लक्षण का प्रशिक्षण तथा इलाज के बारे में जानकारी दी गई। डॉक्टर राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि कैंसर के निम्न आठ लक्षण हैं : गैर-प्रतिक्रियाशील आंख की पुतली,मौखिक संवेदनाओं के लिए प्रतिक्रिया की कमी,दृश्य संवेदनाओं के लिए प्रतिक्रिया में कमी,पलकें बंद करने में असमर्थता,चेहरे के आकार में बदलाव,गर्दन के आकार में बदलाव,गले से हल्की गुर्राहट जैसी ध्वनि और ऊपरी जठरांत्र। शिविर प्रशासक अजय श्रीवास्तव ने बताया कि ओरल कैंसल,लीवर कैंसर और अन्य में शुरूआती लक्षण सामान्य होते हैं। जब कैंसर अंतिम स्टेज पर आता है, तब मरीज को जानकारी मिलती है। इसलिए मरीज को किसी भी सामान्य बीमारी को नजरदांज नहीं करना चाहिए। समय-समय पर शारीरिक जांच जरूरी है। वर्तमान में प्रदूषण,खराब पोषण,अव्यवस्थित दिनचर्या के कारण ही बीमारियां बढ़ रही कैंसर बीमारी की कोई उम्र नहीं है लेकिन सही समय पर कैंसर की पहचान कर उसका उपचार शुरू करने पर कैंसर ठीक हो जाता है वर्ना यह लाइलाज हो जाता है। उचित टीकाकरण हो (जैसे एचपीवी टीका आदि) तब भविष्य में कैंसर रोगियों की संख्या में काफी गिरावट आ जाएगी। इसलिए ऐसे टीकाकरण के लिए लड़कियों को आगे आना चाहिए। लोगों को कैंसर से बचाव के लिए धूम्रपान,तम्बाकू,शराब आदि का सेवन न करने की सलाह देना चाहिए। बीबी,बच्चों और धूम्रपान न करने वाले लोगों के सामने धूम्रपान एकदम नहीं करना चाहिए जिससे यह धूम्रपान न करने वालों को सेकेंड हैंड धुएं से दूर रखेगा। सभी लोगों को आईईसी (सूचना शिक्षा संचार) सामग्री जैसे फ्लिपबुक, पोस्टर,लीफलेट/चित्रों के साथ पैम्फलेट आदि को बांटा गया ताकि इनका उपयोग करके वे समुदाय में कैंसर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर यह समझाये कि रोकथाम इलाज से बेहतर है।
शिविर में प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ.सुशील कुमार,डॉ धर्मेंद्र कुमार,डॉ.राकेश श्रीवास्तव,अजय श्रीवास्तव, सुजीत कुमार,मोहम्मद शफीक,अरविंद,सत्यवती तिवारी,अतुल पांडेय,राजेश गुप्ता,अंकित पांडेय,स्वास्थ्य केन्द्र के डॉक्टर एवं कर्मचारियों आदि का कार्य बहुत ही प्रशंसनीय रहा।