जिलाधिकारी की अध्यक्षता में पशुपालन,मत्स्य पालन तथा रेशम पालन की कार्यों व उत्पादन की गई समीक्षा बैठक


प्रांजल केसरी
महराजगंज। जिलाधिकारी अनुनय झा की अध्यक्षता में जिलाधिकारी कार्यालय में पशुपालन,मत्स्य पालन तथा रेशम पालन की कार्यों व उत्पादन की समीक्षा बैठक की गयी।
सर्वप्रथम मत्स्य पालन में प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा,राष्ट्रीय कृषि विकास,मछुआ दुर्घटना बीमा तथा तालाबो व पोखरा की पट्टा आवंटन की समीक्षा जिलाधिकारी द्वारा की गयी। उन्होंने सहायक निदेशक मत्स्य को चारों तहसीलों में आवंटित लक्ष्य एवं उसकी प्रगति को बढ़ाने हेतु निर्देशित किया। जिलाधिकारी ने लक्ष्य के अनुरूप शत-प्रतिशत तालाबों का पट्टा करने का निर्देश दिया। उन्होंने जनपद में स्तापित समस्त हेचरी की नियमित जाँच करें तथा मत्स्य बीज वितरण,हेचरी की गुणवत्ता को भी क्षेत्र में जाकर देखे तथा मत्स्य पालक किसान हेतु केसीसी की सुविधा उपलब्ध कराए।
जिलाधिकारी द्वारा पशुपालन विभाग के विभिन्न योजनाओं का व्यापक प्रचार प्रसार करते हुए स्वदेशी नस्ल की गायों के संवर्धन और किसानों की आय के वैकल्पिक स्रोतों को सृजित करने का निर्देश दिया गया। उन्होंने गोवंशों के लिंग आधारित कृत्रिम गर्भाधान को भी बढ़ाने का निर्देश दिया। इसी प्रकार उन्होंने पशुपालकों को चिन्हित करने कुक्कड़ पालन,बकरी पालन,छुट्टा पशुओं का सर्वे,कांजी हाउस,पशुधन बीमा तथा पशुपालन विभाग से संबंधित योजनाओं में प्रगति बढ़ाने हेतु मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ० हौसला प्रसाद को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल वाइज योजनावार बिस्तृत विवरण सहित सूची तैयार कर उपलब्ध कराए।
जिलाधिकारी ने रेशम से कोया बनाने वाले जनपद के 11
किसानों से संबाद कर उनकी आय बढ़ाने हेतु बिस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा की रेशम पालक कोया से धागा बनाने हेतु मशीन क्रय करें तथा शासन से निर्धारित अनुदान प्राप्त करें। उन्होंने रेशम पालकों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि जिला प्रशासन द्वारा सेड एवं अन्य सुविधा को उपलब्ध कराने में मदद करेगी।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अनुराज जैन,मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ हौसला प्रसाद,सहायक निदेशक मत्स्य संजय कुमार,सहायक निदेशक रेशम समर बहादुर सिंह सहित रेशम पालक उपलब्ध रहे।