सीएचसी हरैया बस्ती में नि:शुल्क कैंसर की प्राथमिक जांच एवं प्रशिक्षण शिविर का किया गया आयोजन


मुन्ना अंसारी राज्य ब्यूरो
गोरखपुर। मुख्य चिकित्साधिकारी बस्ती के सहयोग से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र,हरैंया,बस्ती के प्रांगण में दिनांक 28 दिसंबर 2024 दिन शनिवार को प्रातः 10:00 बजे से शाम 3:00 बजे तक हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल एवं शोध संस्थान,गीता वाटिका,गोरखपुर द्वारा नि:शुल्क कैंसर की प्राथमिक जांच एवं प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें कैंसर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. सी.पी.अवस्थी ने सहायक चिकित्सक डॉ. राकेश श्रीवास्तव की मदद से शिविर में आए 147 मरीजों में कैंसर संबंधित लक्षण की जांच की और उचित परामर्श दिया। मरीजों ने इलाज के लिए कई दवाएं निशुल्क पाकर शिविर का भरपूर लाभ उठाया। शिविर में विभिन्न स्वयं सहायता समूहों के कई लोगों ने भाग लिया।

कैंसर जागरूकता अभियान के तहत इस स्वास्थ्य केंद्र से संबंधित जी.एन.एम,ए.एन.एम.,संगिनी एवं आशा कार्यकर्ताओं तथा अस्पताल में आए लोगों को डॉ.राकेश श्रीवास्तव ने बताया कैंसर रोगों का एक समूह होता है जिसमें असामान्य तरीके से कोशिका बढ़ती है। इन कोशिकाओं में शरीर के अन्य भागों में फैलने की क्षमता होती है। कैंसर के लक्षणों में एक गांठ,असामान्य रक्तस्राव,लंबी खांसी,वजन घटना और मल त्याग में बदलाव शामिल हैं। हालांकि ये लक्षण कैंसर का संकेत दे सकते हैं,लेकिन इनके अन्य कारण भी हो सकते हैं। कैंसर के 100 से अधिक प्रकार हैं। लगभग 22% कैंसर से होने वाली मौतों का कारण तंबाकू का सेवन है,अन्य 10% मोटापे,खराब आहार,शारीरिक गतिविधि की कमी या अत्यधिक शराब पीने के कारण हैं,अन्य कारणों में कुछ संक्रमण,आयनकारी विकिरण के संपर्क में आना और पर्यावरण प्रदूषक शामिल हैं। शिविर प्रबंधक अजय श्रीवास्तव ने कैंसर के बारे में सभी लोगों की जिज्ञासाओं को दूर करते हुए कहा कि हर साल लाखों लोग इस बीमारी का शिकार होते हैं,लेकिन समय पर जागरूकता और जल्दी पता चलने से कई लोग इस पर काबू पाते हैं। इस बीमारी के खिलाफ लड़ाई में सतर्क रहना और समय पर जांच कराना महत्वपूर्ण है। इस तरह के शिविर कैंसर को उजागर करने और लोगों को वित्तीय बाधाओं के बिना अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के लिए प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कैंसर से बचाव के लिए धूम्रपान न करने,बीवी,बच्चों आदि के सामने धूम्रपान न करने की सलाह दी। तम्बाकू और शराब के सेवन से भी मुंह के कैंसर से कोई ग्रसित हो जाता है। इसलिए इनका सेवन कतई नहीं करना चाहिए। माता-पिता को संतुलित आहार लेने,जंक फूड आदि न करने तथा हरी पत्तेदार सब्जियां खाने को बताए जिससे स्वस्थ जीवन शैली बनी रहे। विशेष रूप से 30 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं को अपने स्वयं की स्तनों और गर्भाशय ग्रीवा में कैंसर के लक्षण की जांच करते रहना चाहिए,क्योंकि प्रारंभिक अवस्था में निदान होने पर कैंसर पूरी तरह से ठीक हो सकता है। सभी लोगो को कैंसर से संबंधित (सूचना शिक्षा संचार) सामग्री जैसे पत्रक,विवरण पुस्तिका,फ्लिपबुक,पोस्टर,लीफलेट/चित्रों के साथ पैम्फलेट आदि वितरित किया गया ताकि वे अपने क्षेत्र में कार्यक्रम आयोजित कर और लोगो को कैंसर के बारे मे जागरुक कर सकें जिससे हम साथ मिलकर कैंसर से लड़कर उसको जीतने न दें।
शिविर में चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बृजेश कुमार शुक्ला,डॉ. राकेश श्रीवास्तव,डॉ.आरके सिंह,डॉ.नंदलाल यादव,
अजय श्रीवास्तव,जनमेजय उपाध्याय,अतुल पांडेय,सत्यवती तिवारी,रामसूरत सिंह,नारद मुनि,स्वास्थ्य केन्द्र में आए डॉक्टर एवं अन्य कर्मचारियों आदि का कार्य उल्लेखनीय रहा।