पहाड़ों पर भारी बर्फबारी यूपी शीतलहर से कांपा: मौसम ने दिखाए तेवर,प्रदेश में छह डिग्री पारे के साथ बुलंदशहर सबसे ठंडा


प्रांजल केसरी
लखनऊ। सूबे के पश्चिमी और उत्तरी हिस्से में कई जगह वर्षा के साथ-साथ ओलावृष्टि हुई है। मौसम का ऐसा ही मिजाज तीन-चार दिन बना रहा तो तिलहन राई,सरसों को भारी नुकसान पहुंचेगा। आलू की फसलों में भी झुलसा रोग की आशंका बढ़ जाएगी। रबी सीजन की पहली बारिश गेहूं और गन्ने के लिए रामबाण है। इस बीच कृषि विभाग ने किसानों के लिए एडवाइजरी जारी कर फसलों की निरंतर निगरानी करने की अपील की है। अचानक से आसमान साफ हुआ तो पाले की आशंका बढ़ सकती है। धुआं कर शाम के समय हल्की सिंचाई करनी चाहिए।
पहाड़ों पर भारी बर्फबारी के चलते पूरे उत्तर भारत में बर्फीली हवाओं से ठंड बढ़ गई है। मैदानों में सतह से ऊपर छाई कोहरे की घनी चादर से सोमवार को यूपी के अधिकांश जिलों में दिन का पारा 20 डिग्री से नीचे ही रहा। 13.4 डिग्री के साथ सबसे सर्द दिन मुजफ्फरनगर तो रात छह डिग्री के साथ बुलंदशहर की रही। इस दौरान मुजफ्फरनगर के रैन बसेरे में एक युवक की ठंड से मौत हो गई। 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली पछुआ के चलते पारे में तेजी से गिरावट आई है। मौसम विभाग के अनुसार बीते 24 घंटे में दिन के पारे में सर्वाधिक दस डिग्री की गिरावट बहराइच में दर्ज की गई, इसी के साथ महराजगंज में भी पारा गिर गया और आगे भी गिरने की प्रबलता दिख रही है। जहां रविवार को पारा 26 डिग्री था,जो सोमवार को 15.6 पर आ गया। अमौसी स्थित मौसम केन्द्र के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ गुजरने के बाद खाली जगह को पछुआ हवाएं भर रही है। देश के पहाड़ी इलाकों में हो रही जबरदस्त बर्फबारी के चलते वहां से गुजरकर आने वाली पछुआ मैदानी इलाकों में गलन से लोगों की कंपकंपी छुड़ा रही है। कई जिलों में घने से बेहद घने कोहरे का अलर्ट जारी किया गया है। लखनऊ में दिन-रात के पारे में मामूली फर्क गलन ने लखनऊ को कंपा दिया। यहां दिन और रात के तापमान में मात्र 1.9 डिग्री अंतर रहा। अधिकतम पारा 15.2 डिग्री तो न्यूनतम 13.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। प्रयागराज में भी सोमवार को पारा 17.4 डिग्री पर आ गया।
अभी दो दिन तक कड़ाके की ठंड से कोई राहत नहीं
मौसम विभाग के अनुसार अगले 48 घंटे कड़ाके की सर्दी से राहत नहीं है। पहाड़ी इलाकों में ताजा बर्फबारी हुई है। वहां से होकर आ रही हवा गलन बढ़ने की वजह है। अगले 24 घंटों में न्यूनतम पारा और गिरेगा। गलन भी बढ़ेगी। एक और विक्षोभ सक्रिय होगा। इसका असर यूपी में 2 से 3 जनवरी के बीच देखने को मिलेगा।