

हेडलाइन्स
-महाकुंभ 2025 के मद्देनजर भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा चाक-चौबंद की गई
-एडीजी,मंडलायुक्त,डीआईजी,जिलाधिकारी और एसपी ने सोनौली बॉर्डर का निरीक्षण किया
-थाना सोनौली में ग्राम समिति की बैठक के बाद थाना नौतनवां का भी किया निरीक्षण
-नेपाल के अधिकारियों के साथ समन्वय बैठक में सुरक्षा को मजबूत करने पर चर्चा हुई
-स्थानीय नागरिकों से सतर्क रहने और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देने की अपील की गई
-मानव तस्करी और अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए गश्त और निगरानी बढ़ाई गई
प्रांजल केसरी
महराजगंज: महाकुंभ 2025 के आयोजन को ध्यान में रखते हुए भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को सख्त कर दिया गया है। सीमा पर संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने और किसी भी सुरक्षा चूक को रोकने के लिए चौकसी बढ़ाई गई है।

इस सिलसिले में एडीजी जोन डॉ.केएस प्रताप कुमार,मंडलायुक्त गोरखपुर अनिल ढींगरा, डीआईजी गोरखपुर आनंद राव कुलकर्णी,महराजगंज के जिलाधिकारी अनुनय झा और पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीना ने सोनौली बॉर्डर और आस-पास के क्षेत्रों का दौरा किया। अधिकारियों ने नेपाल के अधिकारियों और सीमा पर तैनात सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय बैठक की। बैठक में महाकुंभ के दौरान सीमा पर सुरक्षा को मजबूत करने और दोनों देशों के बीच समन्वय को और बेहतर बनाने पर चर्चा हुई। सुरक्षा एजेंसियों को निर्देश दिया गया कि सीमा पर गश्त बढ़ाई जाए और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत जानकारी दी जाए।

थाना सोनौली में ग्राम सुरक्षा समिति की एक गोष्ठी का आयोजन किया गया,जिसमें स्थानीय नागरिकों को सुरक्षा अभियान का हिस्सा बनने के लिए प्रेरित किया गया। पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीना ने नागरिकों से अपील की कि वे क्षेत्र में आने वाले अज्ञात व्यक्तियों और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें। जिलाधिकारी अनुनय झा ने सीमा क्षेत्र में रहने वाले लोगों को आश्वासन दिया कि उनकी सुरक्षा और सहयोग प्रशासन की प्राथमिकता है।

महाकुंभ के दौरान संभावित चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए सीमा पर सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने और उन्नत सुरक्षा उपकरणों की तैनाती का भी निर्णय लिया गया है। अधिकारियों ने मानव तस्करी,अवैध व्यापार और अन्य आपराधिक गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद थाना नौतनवां में बॉर्डर एरिया के साथ लगे सभी थाना क्षेत्र के प्रभारी एवं चौकी इंचार्ज व बीट आरक्षी के साथ अधिकारियों ने संयुक्त मीटिंग की व थाने का निरीक्षण भी किया।
नेपाल के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में यह सुनिश्चित किया गया कि सीमा पर दोनों देशों के बीच समन्वय को और सुदृढ़ किया जाए। साथ ही अवैध गतिविधियों पर सख्ती से रोक लगाने के लिए साझा रणनीति तैयार की गई। महाकुंभ 2025 को शांतिपूर्ण और सुरक्षित रूप से आयोजित करने के लिए भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा तैयारियों का यह निरीक्षण प्रशासन की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उच्च अधिकारियों ने कहा कि हर स्तर पर सतर्कता बरती जा रही है ताकि महाकुंभ के आयोजन में कोई बाधा न आए।