सिसवा में आबादी के बीच शराब के दुकान के खिलाफ ग्रामीणों का फूटा गुस्सा,सौंपा ज्ञापन

राजेश चौधरी संवाददाता
सिसवा बाजार। सिसवा नगर पालिका क्षेत्र के इंदिरानगर में आबादी के बीच देशी शराब की दुकान खुलने से स्थानीय निवासियों में आक्रोश व्याप्त है। इस दुकान के कारण वार्ड के युवाओं में नशे की लत तेजी से बढ़ रही है,जिससे सामाजिक और पारिवारिक समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। खासकर घरेलू महिलाओं और छात्र-छात्राओं को इससे सबसे अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है,जिसको लेकर वार्ड वासी लामबंद होकर जिलाधिकारी अनुनय झा के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंप कर कार्यवाही की मांग किया है। इस शराब की दुकान के खुलने से स्थानीय महिलाओं का बाहर निकलना दूभर हो गया है। दुकान के आसपास नशेड़ियों का जमावड़ा लगा रहता है,जिससे महिलाएं और बच्चियां खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। शराब के नशे में धुत्त लोग राहगीरों से अभद्रता करते हैं और माहौल असामाजिक होता जा रहा है। डेली मार पीट की घटनाएं भी सामने आ रही है।
नगर पालिका क्षेत्र में कई स्कूल और कोचिंग सेंटर स्थित हैं,जहां पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं पर भी इस दुकान का नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। युवा वर्ग शराब की लत में फंसता जा रहा है, जिससे उनकी शिक्षा और भविष्य खतरे में पड़ रहा है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि अगर इस दुकान को जल्द बंद नहीं किया गया,तो आने वाले समय में यह समाज के लिए गंभीर समस्या बन सकती है। महिलाओं ने कहा शराब के कारण घर पर विवाद की स्थिति होती है। इस समस्या से परेशान स्थानीय नागरिकों ने जिलाधिकारी अनुनय झा के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर तत्काल इस शराब की दुकान को आबादी क्षेत्र से हटाने की मांग की है। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि नगर के बीचोबीच होने के नाते आये दिन शराबियो द्वारा यहां के शांतिपूर्ण वातावरण पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।
निवासियों का कहना है कि यदि प्रशासन इस विषय पर शीघ्र कदम नहीं उठाता है,तो वे आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। महिलाओं ने भी एक स्वर में इस दुकान को हटाने की मांग की है और जल्द से जल्द उचित कार्रवाई की अपेक्षा की है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और कब तक लोगों को राहत मिलती है।महिलाओं ने आरोप लगाया कि भठ्ठी मालिक द्वारा जबरदस्ती आबादी के बीच में देसी शराब की दुकान खोल दी गई है। आबादी के अंदर दुकान खोल दी गई है। इंदिरा नगर की महिलाओं ने कहा कि इसके पूर्व भी हम लोगों ने निचलौल उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा था। उपजिलाधिकारी ने कार्रवाई का अश्वासन दिया गया था लेकिन मात्र अश्वासन छलावा साबित हुआ।के लिए कोतवाली भेजा था। महिलाओं ने यह भी आरोप लगाया कि आबादी के बीच खुले शराब की दुकान के खिलाफ आबकारी के जिम्मेदारों को भी अवगत कराया गया है लेकिन अब तक कोई कार्रवाई भी नहीं की गई। कोई भी अधिकारी आबादी के समीप खोलें गये दुकान को बंद कराने के लिए तैयार नहीं हो रहा है। शराब कारोबारी मनमाने ढंग से शराब वार्ड के अंदर बेच रहे हैं। मना करने पर अभद्रता कर रहे हैं। महिलाओं ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर दुकान अन्यत्र हटाने की मांग की है। इस दौरान सुनीता,पिंकी,विनिता,रमावती देवी,सुभारती देवी,जडावती देवी,नर्मदा देवी,पन्ने लाल चौहान,रामकरन,विनोद,राकेश,केवल,पूर्णमासी,और अशोक चौहान आदि मौजूद रहीं।