
मुन्ना अंसारी स्टेट ब्यूरो
महराजगंज। जनपद के निचलौल ब्लॉक अंतर्गत ग्रामसभा बोदना के सिवान स्थित दुमोहान घाट पर सपा सरकार में लाखों रुपये की लागत से एक भव्य अंत्येष्टि स्थल का निर्माण कराया गया था। इसका उद्देश्य था कि क्षेत्र के दर्जनों गांवों जैसे लोहरौली, कटखोर,करदह,मैरी,बकुलडीहा,सुकरहर,बोदना आदि के लोगों को अंतिम संस्कार के लिए एक व्यवस्थित,सम्मानजनक और सुरक्षित स्थान मिल सके।
लेकिन निर्माण के करीब एक दशक बीत जाने के बाद भी उस स्थान तक जाने के लिए पक्की सड़क तक नहीं बनाई गई। हर साल बरसात के मौसम में पूरी सड़क जलमग्न हो जाती है और कीचड़ से लथपथ रास्ता किसी दलदल का रूप ले लेता है। ऐसी स्थिति में परिजनों को शव लेकर वहां तक पहुंचना बेहद कठिन हो जाता है। कई बार लोगों को कंधे पर शव लेकर घंटों संघर्ष करना पड़ता है।

यहां यह उल्लेखनीय है कि यह भूमि पहले से ही श्मशान घाट के रूप में चिन्हित रही है और वर्षों से वहां दाह संस्कार होते आ रहे हैं। अंत्येष्टि स्थल बन जाने से थोड़ी सुविधा मिली जरूर,परंतु सड़क के अभाव में वह भी व्यर्थ साबित हो रही है। ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। लोगों का कहना है कि सरकारें आती जाती रहीं, जनप्रतिनिधि वोट मांगने हर दरवाजे पर आए, लेकिन किसी ने भी इस बुनियादी आवश्यकता की ओर ध्यान नहीं दिया। अब ग्रामीणों ने प्रशासन से अविलंब पक्की सड़क निर्माण की मांग की है ताकि कम से कम अंतिम विदाई के समय अपनों को सम्मानपूर्वक विदा किया जा सके।
जीवन में जितनी जरूरी सड़क है,मृत्यु के बाद की यात्रा के लिए भी उतनी ही जरूरी है। क्या अब भी जागेगा प्रशासन?