पीएम आवास योजना के तहत 29 हजार गरीब परिवार को पक्के घर का सपना पूरा

उप संपादक शत्रुघ्न प्रजापति
महराजगंज। प्रधानमंत्री आवास योजना ने जिले में 29 हजार गरीब परिवारों के लिए पक्के घर का सपना हकीकत में बदला है। इन मकानों को बनाने में सरकार ने 73 करोड़ रुपये का निवेश किया,जो सिर्फ छत नहीं,बल्कि हजारों जिंदगियों में नया उजाला लाया। योजना के तहत 44,781 लोगों ने आवेदन भरा,लेकिन 39,333 फॉर्म नियमों की कसौटी पर खरे नहीं उतरे। फिर भी 5,448 परिवारों को पात्र घोषित किया गया,जिनके लिए यह खुशी किसी उत्सव से कम नहीं। इस योजना की खूबसूरती है इसका समावेशी रवैया। दिव्यांगजन,अल्पसंख्यक,वरिष्ठ नागरिक,सफाईकर्मी,पीएम स्वनिधि के वेंडर्स,विश्वकर्मा योजना के कारीगर,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता,निर्माण श्रमिक और झुग्गी-चॉल के निवासियों को प्राथमिकता के साथ अतिरिक्त लाभ भी मिल रहे हैं। पात्रता के नियम स्पष्ट हैं। शहरी क्षेत्रों में रहने वाले ईडब्ल्यूएस,एलआईजी,एमआईजी श्रेणी के वे परिवार,जिनके पास देश में कहीं पक्का घर नहीं,इस योजना के लिए योग्य हैं। ईडब्ल्यूएस श्रेणी की वार्षिक आय सीमा 3 लाख रुपये है। परिवार में पति,पत्नी और अविवाहित बच्चे गिने जाएंगे। डूडा की परियोजना अधिकारी प्रतिक्षा त्रिपाठी ने बताया कि आवेदन प्रक्रिया को बेहद आसान किया गया है। लोग मोबाइल या जन सुविधा केंद्रों के जरिए आधार,बैंक विवरण,आय-जाति प्रमाण पत्र और जमीन के कागजात जमा कर सकते हैं। सभी आवेदनों की जांच के बाद डीपीआर निदेशालय को भेजा जाएगा। यह योजना सिर्फ मकान नहीं,बल्कि एक नया भविष्य देती है। हर घर के साथ बस्ती है एक कहानी,जो मेहनत,विश्वास और सरकार के सहयोग से बुनी जा रही है।