जीवन यात्रा का संबल हैं सेवा एक महत्वपूर्ण पहलू है – राघव कुमार

प्रांजल केसरी
मीरजापुर। आज दिनांक 14 मई 2025 को विद्या भारती काशी प्रान्त,सेवा क्षेत्र की शिक्षा के वैचारिक सत्र मे राघव कुमार सह सेवा संयोजक ने कहा जीवन यात्रा का संबल हैं सेवा एक महत्वपूर्ण पहलू है,जो हमें न केवल दूसरों की मदद करने का अवसर प्रदान करता है,बल्कि हमारे भीतर भी एक मजबूत और सकारात्मक भावना पैदा करता है। सेवा के माध्यम से,हम समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझते हैं और दूसरों के लिए एक बेहतर दुनिया बनाने में योगदान करते हैं।
सेवा का अर्थ है दूसरों की निस्वार्थ मदद करना। यह किसी व्यक्ति को सहायता करने,किसी संगठन को समर्थन देने या किसी समुदाय में योगदान करने के रूप में हो सकता है।
सेवा हमारे जीवन में खुशी और संतुष्टि लाती है। यह हमें एक उद्देश्य प्रदान करती है और हमें एक बेहतर इंसान बनने में मदद करती है।
सेवा के कई रूप हैं,जैसे कि गरीबों की मदद करना,जरूरतमंदों को दान देना,पर्यावरण की रक्षा करना और सामाजिक मुद्दों पर काम करना। सेवा से हमारे मन को शांति मिलती है,हमारा आत्म-सम्मान बढ़ता है और हम समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझते हैं।
हमें सेवा को बढ़ावा देना चाहिए और दूसरों को भी प्रेरित करना चाहिए कि वे भी सेवा में शामिल हों। सेवा हमारे जीवन में खुशी और संतुष्टि लाती है। यह हमें एक उद्देश्य प्रदान करती है और हमें एक बेहतर इंसान बनने में मदद करती है। सेवा के कई रूप हैं,जैसे कि गरीबों की मदद करना,जरूरतमंदों को दान देना,पर्यावरण की रक्षा करना और सामाजिक मुद्दों पर काम करना। सेवा से हमारे मन को शांति मिलती है, हमारा आत्म-सम्मान बढ़ता है और हम समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझते हैं। हमें सेवा को बढ़ावा देना चाहिए और दूसरों को भी प्रेरित करना चाहिए कि वे भी सेवा में शामिल हों। सेवा के कई उदाहरण हैं,जैसे कि अनाथ बच्चों को शिक्षा प्रदान करना,गरीब परिवारों को भोजन और कपड़े देना और बुजुर्गों की देखभाल करना। सेवा हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। हमें इसे महत्व देना चाहिए और दूसरों को भी प्रेरित करना चाहिए कि वे भी सेवा में शामिल हों। “सेवा,जीवन यात्रा का एक संबल है। सेवा के माध्यम से, हम दूसरों की मदद करते हैं, समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाते हैं, और एक बेहतर दुनिया बनाने में योगदान करते हैं। सेवा से हमें खुशी, संतुष्टि और एक उद्देश्य मिलता है। हमें सेवा को बढ़ावा देना चाहिए और दूसरों को भी प्रेरित करना चाहिए कि वे भी सेवा में शामिल हों। सेवा, जीवन का एक सुंदर और सार्थक पहलू है।”
सेवा एक ऐसा मार्ग है जो हमें न केवल दूसरों की मदद करने का अवसर प्रदान करता है, बल्कि हमें एक बेहतर इंसान बनने में भी मदद करता है। हमें सेवा को महत्व देना चाहिए और दूसरों को भी प्रेरित करना चाहिए कि वे भी सेवा में शामिल हों।
सेवा कार्य 6 आयाम है
-शिक्षा का अर्थ है जानकारी को व्यापक बनाना, बुद्धि विस्तार करना ताकि वह दैनिक जीवन में काम आ सकें।
-स्वास्थ्य के प्रति सही दृष्टिकोण जाग्रत करने के लिए हमें निम्नलिखित बातों पर बिचार करना होगा। 1युक्त आहार,2 युक्त विहार 3 स्वच्छता 4
-स्वावलम्बन और स्वाभिमान के इस जागरण कार्यक्रम में बस्ती के बड़े बुढ़े सभी स्त्री-पुरुष,युवा-युवती,बच्चे – बच्चियो की सहभागिता हो, उनकी सक्रियता एवं सद्भाव प्रकट हो, इसी से बस्ती का संगठित व सुखी रुप प्रकट हो सकेगा।
-संस्कृति मनुष द्वारा युगो की साधना से संपादित उच्चतर मानवीय मूल्यों का समुच्चय है। इसलिए यह देश सनातन है। क्योंकि यहाँ की संस्कृति सनातन है। संस्कृति निर्देश दिया है कि अन्तिम यात्रा पूर्ण करने से पहले तीन (देव,ऋषि,पितृ) ऋणो से मुक्त होना जीवन की सार्थकता है।-समाजिक समरसता, समाज मे रहकर जीवन व्यतीत करके ही ब्यक्ति के जीवन में पूर्णता आती है। समाज से कटा हुआ जीवन व्यकितत्व में विकार उत्पन्न करने वाला होता है।
स्वदेश प्रेम सच्चा देशप्रेम निस्वार्थ सेवा में प्रकट होता है इस देश के लिए ही सारा जीवन लगे,यहाँ के निवासी सभी मेरे भाई बहन है। उनका दुख- सुख मेरा दुख-सुख है। यह भाव देशप्रेम का भाव है। देश ने हमें सब कुछ दिया है। हम इसको क्या दे सकते हैं। यह सोच राष्ट्र के लिए समर्पण पैदा करता है। वैचारिक सत्र में नगर पालिका परिषद् अध्यक्ष श्यामसुन्दर केशरी ने कहा सरस्वती शिशु मंदिर के पुरातन छात्र है। जो संस्कार विद्यालय में मिला है वह आजतक है। हम राजनीति में भी सेवा कर रहे हैं। विद्यालय में भी पूर्वछात्र के नाते भी कितने वर्ष तक सेवा किया है। विद्या भारती विद्यालय के कुछ तो विशेषता है। इस कार्यक्रम कमलाकर त्रिपाठी प्रान्त सेवा प्रमुख काशी प्रान्त,नरसिंह जी सह प्रान्त सेवा प्रमुख काशी प्रान्त,तथा विद्यालय के प्रधानाचार्य सुनिल जी तथा संचालक संचालिका उपस्थित रहे।