*!!.विधायक कामाख्या प्रताप सिंह (टीका राजा) के विधानसभा क्षेत्र महाराजपुर में जबरदस्त भ्रष्टाचार.!!**महाभ्रष्ट, जनपद पंचायत नौगांव में प्रभारी सीईओ हरीश केशरवानी व सहायक यंत्री विपिन शुक्ला द्वारा निर्माण कार्य में तकनीकी स्वीकृति के एवज में लाखों रुपए की ले रहे रिश्वत*


संपादक नागेश्वर चौधरी
छतरपुर जिले में भ्रष्टाचार की बयार बह रही है, कलेक्टर ने एक पटवारी को खुलेआम रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल होने के कारण निलंबित किया है लेकिन जिनके वायरल हो गया उन पर तो कार्रवाई हो गई अब जो वायरल नहीं हो रहे उन पर क्या ? विधायक कामाख्या प्रताप सिंह (टीका राजा) के विधानसभा क्षेत्र महाराजपुर के छतरपुर जिले की जनपद पंचायत नौगांव में प्रभारी सीईओ हरीश केशरवानी और सहायक यंत्री विपिन शुक्ला के मध्य जबरदस्त दलाली का खेल हो रहा है। प्रभारी सीईओ हरीश केशरवानी और सहायक यंत्री विपिन शुक्ला दलालों के माध्यम से रिश्वत ले रहे है। इनके द्वारा समस्त ग्राम पंचायत से तकनीकी स्वीकृति के एवज में मोटी रकम वसूली जा रही है । जो सरपंच सचिव यह रकम नहीं देते हैं उनके भुगतान रोक दिए जाते है । दो दर्जन से अधिक ग्राम पंचायतों के सरपंच और सचिव ने प्रभारी सीईओ हरीश केशरवानी और सहायक यंत्री विपिन शुक्ला के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है । दोनों प्रशासनिक अधिकारी है कि मानता नहीं ? भ्रष्टाचार की कमाई से भारी अकूत संपत्ति बनाने वाले सीईओ व सहायक यंत्री की लालसा दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। जो भी ग्राम पंचायत 25% कमीशन नहीं देती है । उसके बिलों के भुगतान रोक दिए जाते ।
छतरपुर कलेक्टर भले ही ईमानदारी का दम भर लेकिन उनके नुमाइंदे दे गले तक भ्रष्टाचार में डूबे हुए है ।छतरपुर जिले में भ्रष्टाचार की हद पार हो गई सभी विभागों में खुलेआम अफसर भ्रष्टाचार कर रहे हैं । जिन पर कार्रवाई भी हो रही है, इसके बावजूद भी भ्रष्टाचार पर लगाम कसना बाकी रह गया । सीईओ हरीश केशरवानी जनपद पंचायत लवकुशनगर का भी दायित्व संभाले हैं। यहां भी सरपंचों ने जिला सीईओ को पत्र लिखकर बताया था कि यह 25% कमिशन की मांग कर रहे हैं। कमीशन नहीं देने पर सरपंच सचिव पर कार्यवाही करने की धमकी देते हैं। यही हाल जनपद पंचायत लवकुशनगर और नौगांव में बना रखा है। बताया जा रहा है कि भ्रष्टाचार से ग्राम पंचायत के सरपंच व सचिव बेहद दुखी हैं। इनके विरुद्ध लोकायुक्त में भी कई शिकायत है, जिला पंचायत के वरिष्ठ अफसर को गुमराह कर दोनों मठाधीश चार्ज लिए हैं। क्षेत्र के लोगों ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को पत्र लिखकर सीईओ हरीश केशरवानी और सहायक यंत्री विपिन शुक्ला को हटाने की मांग की है, उधर क्षेत्रीय विधायक कामाख्या प्रताप सिंह दोनों भ्रष्ट अधिकारियों की शिकायतों से बेहद शर्मिंदा है।