देश की एकता और अखंडता के लिए डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया – सदर विधायक

मुन्ना अंसारी स्टेट ब्यूरो
महराजगंज: डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के अवसर भाजपा कार्यालय पर डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के व्यक्तित्व कृतित्व पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया,जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय जनता पार्टी के क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय शामिल हुए।
पंडित दीन दयाल उपाध्याय और डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर संगोष्ठी को संबोधित करते हुए उन्होंने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए डॉ. मुखर्जी के जीवन,विचारों और उनके अतुलनीय बलिदान पर प्रकाश डाला। राय ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी केवल एक राजनेता नहीं थे,बल्कि एक दूरदर्शी विचारक, शिक्षाविद् और राष्ट्रभक्त थे। उन्होंने अखंड भारत की कल्पना को साकार करने हेतु अपने प्राणों की आहुति दी। विशेष रूप से उन्होंने कश्मीर मुद्दे पर जिस प्रकार दृढ़ता दिखाई, वह आज के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है। एक देश में दो निशान,दो विधान और दो प्रधान नहीं चलेंगे का उनका उद्घोष आज भी देशभक्ति की भावना को जागृत करता है। उन्होंने आगे कहा कि डॉ. मुखर्जी ने भारतीय जनसंघ की स्थापना कर राष्ट्रवाद की मजबूत नींव रखी, जिसे आज भाजपा ने अपने कार्य और विचारधारा में आत्मसात किया है। उनके बलिदान ने जम्मू-कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाए रखने के लिए जो आंदोलन खड़ा किया,उसने आने वाले दशकों की दिशा तय की। राय ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हम उस विचारधारा के वाहक हैं,जिसके लिए डॉ. मुखर्जी ने अपना सर्वस्व न्यौछावर किया। क्षेत्रीय अध्यक्ष ने कहा कि वे डॉ. मुखर्जी के आदर्शों को अपने जीवन में अपनाएं और राष्ट्र निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि आज जब देश’एक भारत,श्रेष्ठ भारत’की ओर बढ़ रहा है,तब हमें डॉ. मुखर्जी के बलिदान को स्मरण करते हुए उनके सपनों को साकार करने में जुटना चाहिए।

सदर विधायक जय मंगल कन्नौजिया ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि। डॉ. मुखर्जी भारत माता के सच्चे सपूत थे,जिन्होंने देश की एकता और अखंडता के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उन्होंने कश्मीर में’एक राष्ट्र,एक विधान,एक प्रधान’की मांग उठाकर देश को चेताया और उसकी संप्रभुता के लिए संघर्ष किया। अध्यक्षीय संबोधन में जिलाध्यक्ष संजय पांडेय ने कहा कि डॉ. मुखर्जी का बलिदान कोई साधारण घटना नहीं,बल्कि भारत के भविष्य की दिशा तय करने वाला क्षण था। उन्होंने अनुच्छेद 370 के खिलाफ आवाज उठाई,जो उस समय एक साहसिक और दूरदर्शी कदम था। उनका संघर्ष आज भी हमें प्रेरणा देता है कि राष्ट्रहित सर्वोपरि है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे डॉ.मुखर्जी के विचारों को आत्मसात करें और देश के निर्माण में योगदान दें। संजय पांडेय ने कहा कि आज जब जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हट चुका है,तो यह डॉ.मुखर्जी के सपनों को साकार करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। संगोष्ठी का संचालन जिला महामंत्री ओम प्रकाश पटेल ने किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष रविकांत पटेल,पूर्व अध्यक्ष अरुण शुक्ला,समीर त्रिपाठी,पूर्व विधायक चौधरी शिवेंद्र सिंह,गोरखपुर महानगर के पूर्व अध्यक्ष राहुल श्रीवास्तव,प्रमुख प्रतिनिधि राम हरख गुप्ता,आनंद वर्मा,इंजी.विवेक गुप्ता,अल्प संख्यक मोर्चा के प्रदेश मंत्री कुरसेद अंसारी,जिला उपाध्यक्ष अमरनाथ पटेल,संतोष सिंह,जिला महामंत्री बबलू यादव,जिला मंत्री आशुतोष शुक्ला गौतम तिवारी बच्चू लाल चौरसिया,बैजनाथ पटेल ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर राहुल सिंह,डब्बू सिंह,महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष सुमित्रा भारती,शुभ्रा सिंह, चेयरमैन संतोष जायसवाल,हरिशंकर जायसवाल,विजय गौड़,हेमंत गुप्ता,टाइगर तिवारी, अभिषेक पांडेय,सच्चिदानंद त्रिपाठी,राधेश्याम गुप्ता,निहाल सिंह,यंत्री मद्धेशिया,शैलेश पांडेय, वीरेंद्र चौहान,शंभू वर्मा,कुंदन वर्मा,बृजेंद्र श्रीवास्तव,जयहिंद चौधरी सहित तमाम भाजपा कार्यकर्ता पदाधिकारी मौजूद रहे।