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फैक्ट्री में जिस जगह जला मजदूर,15 दिन बाद उस राख को परिजनों ने माना अवशेष,चिता में जला की अंत्येष्टि

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संपादक नागेश्वर चौधरी
बदायूंः जिले की मेंथा फैक्ट्री में बीती 21 जून को भीषण आग लगी थी। उस दौरान मजदूर मुनेंद्र भी लापता हो गया था। 15 दिन बाद मुनेंद्र के परिजनों ने उसके अवशेषों की पहचान करने का दावा किया है,फोरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य एकत्र किए। इसके बाद परिजन बची हुई राख को प्लास्टिक के थैले में भरकर सम्मानपूर्वक सिर पर रखकर घर ले गए। शुक्रवार सुबह इन अवशेषों का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
बता दें कि बीती 21 जून को बदायूं की मेंथा फैक्ट्री में भीषण आग लगी थी। उस दौरान वहां काम करने वाला मजदूर मुनेंद्र लापता हो गया था। फोरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य एकत्र किए। गुरुवार को दिन ढलने के बाद फैक्ट्री में कबाड़ हटाने का काम बंद हो गया। मुनेंद्र के परिजन वहीं रुके रहे,जब मलबा हटाया गया तब मुनेंद्र के परिजन उस जगह पहुंचे जहां उन्होंने उसे जलते देखा था। वहां से कुछ हड्डियां,राख और हाथ-पैरों की उंगलियां मिलीं। परिजनों ने फोरेंसिंक टीम के सामने दावा किया कि यह अवशेष मुनेंद्र के हैं और वह इसे ले जाना चाहते हैं। वहां से मुनेंद्र का जला हुआ मोबाइल और घड़ी भी मिली है। उस जगह की राख को मुनेंद्र के परिजन सिर पर रखकर घर ले गए। शुक्रवार को विधि विधान से उस राख का अंतिम संस्कार कर दिया गया। परिजनों ने बताया कि मुनेंद्र पिछले चार साल से इस फैक्ट्री में काम कर रहा था। परिजनों ने मुकदमा दर्ज करने की मांग की है,साथ ही मुनेंद्र की बेटियों की परवरिश के लिए मुआवजे की मांग भी की है।

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