अमेठी

शिक्षक एक अभिभावक के रूप में होता: डॉ डंगवाल

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नव चयनित आचार्यों के प्रशिक्षण सत्र के दौरान नई शिक्षा नीति की दी गई जानकारी

प्रांजल केसरी न्यूज एजेंसी
अमेठी: समाज पोषित संस्था सरस्वती शिक्षा मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ग्रामभारती परितोष अमेठी जो विद्या भारती द्वारा संचालित है,10 दिवसीय नव चयनित आचार्य प्रशिक्षण वर्ग के पंचम दिवस पर काशी प्रांत के 57 आचार्यों का प्रशिक्षण चल रहा है। आज के वंदना सत्र में डॉक्टर किरण लता गंगवाल शिक्षा शास्त्र विभागाध्यक्ष लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा मां सरस्वती को पुष्पार्चन एवं दीप प्रज्वलन किया गया। परिचय राज बहादुर दीक्षित प्रदेश निरीक्षक ने कराया।


       डा० डंगवाल के उद्बोधन में आपने कहा कि शिक्षक एक अभिभावक के रूप में होता है,शिक्षक एक वयस्क के रूप में समाज में होता है और प्रशिक्षण के समय शिक्षक एक बच्चे के रूप में होता है। भारत केंद्रित नीति है जो हमें विश्व गुरु बनाता है। आपने कहा की पिकासो नामक चित्रकार एक पेंटिंग 10 मिनट में बना दी,तब एक महिला ने उनसे कहा कि हमें भी बनाने का तरीका बता दीजिए। पिकासो ने कहा कि,यह मेरा 20 वर्ष का परिश्रम है। अर्थात सतत परिश्रम करने पर बोध प्राप्त होता है। कृष्णा स्वामी कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता में राष्ट्रीय शिक्षा नीति -2020 की योजना बनी। इन्होंने स्कूली बैग के बोझ को हटाकर सीखने की योजना बनाई। जैसे बच्चों को दौड़ने का अभ्यास कैसे कराया जाए? बच्चे नहीं दौड़ना चाहते हैं,तो पहले उन्हें बाग में फल तोड़ने के लिए भेजा जाए, फिर बाग में कुछ कुत्ते छोड़ दिए जाएं,बच्चे उनसे बचने के लिए फल लेकर भागेंगे। यहां दौड़ने का अभ्यास हो जाएगा। हमें बच्चों को कुछ करने के लिए मजबूर करना चाहिए।


    आप ने बताया कि शिक्षक वह है,जो सीख सके एवं सिखा सके,शिक्षक दहाड़ता है, शिक्षा हमें जीना सिखाती है। शिक्षक को अपने बारे में सोचना और अपने को जानना आवश्यक है।
     आपने कहा 21st सेंचुरी स्किल के अनुसार यदि हम नहीं बनेंगें तो आगे चलकर हमारा स्थान ए आई और रोबोट ले लेगा। जैसे एचएमटी की घड़ियां एम्बेसडर कार क्वालिटी में आज भी अच्छी हैं,किन्तु 21 सेंचुरी के अनुसार अरेंजमेंट ना कर पाने के कारण आउट ऑफ मार्केट हो गई हैं। जब शिक्षक के अंदर अहंकार आ जाता है तब उसी दिन उसका शिक्षकत्व समाप्त हो जाता है,इसलिए हमें सदैव कुछ सीखते रहना चाहिए। पहले के समय में शिक्षा गुरुकुलों में मिलती थी,आज इंटरनेट एवं कंप्यूटर द्वारा शिक्षा अपने घर में प्राप्त हो रही है।

इस अवसर पर संभाग निरीक्षक वीरेंद्र सिंह एवं कमलेश,प्रदेश मीडिया प्रमुख संतोष मिश्र,सुल्तानपुर जिला प्रमुख सुधाकर,सन्तोष पाण्डेय,विवेक शर्मा, रमाकांत त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे।

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