महराजगंज

मोहर्रम जुलूस के दृष्टिगत जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन जनपद में पूरी तरह मुस्तैद

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ब्यूरो चीफ गोवर्धन गुप्ता
महराजगंज: जिले में मोहर्रम के जुलूस को शांतिपूर्ण और सकुशल संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने व्यापक स्तर पर तैयारियां की हैं। जिलाधिकारी  और पुलिस अधीक्षक महराजगंज द्वारा पर्याप्त  पुलिस बल द्वारा थाना कोतवाली क्षेत्र,नगर कस्बा,और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में सक्रिय भ्रमण और निगरानी सुनिश्चित की जा रही है।  इस प्रयास का उद्देश्य न केवल शांति और सौहार्द बनाए रखना है,बल्कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकना और समुदायों के बीच आपसी भाईचारे को बढ़ावा देना भी है।

पुलिस प्रशासन की तैयारियां
मोहर्रम के जुलूस को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए महराजगंज पुलिस प्रशासन ने कई कदम उठाए हैं,

पुलिस बल की तैनाती
पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीना के निर्देशन में पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है। थाना कोतवाली क्षेत्र और अन्य नगर कस्बा जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष पुलिस दस्ते और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की तैनाती की गई है। भारत-नेपाल सीमा पर भी अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है ताकि सीमावर्ती क्षेत्रों में किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोका जा सके।

फ्लैग मार्च और भ्रमण
पुलिस प्रशासन ने जुलूस मार्गों और संवेदनशील क्षेत्रों में फ्लैग मार्च निकाला है। डीएम और एसपी द्वारा स्वयं कर्बला और जुलूस मार्गों का निरीक्षण किया जा रहा है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि सभी व्यवस्थाएं सुचारू हैं। यह भ्रमण न केवल सुरक्षा का संदेश देता है,बल्कि स्थानीय लोगों में विश्वास भी जगाता है।

सख्त नियम और निगरानी
जुलूस के दौरान डीजे,अश्लील गानों,और भड़काऊ भाषणों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का प्रावधान किया गया है। इसके अतिरिक्त, सोशल मीडिया पर अफवाहों और भ्रामक सूचनाओं पर नजर रखने के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं!

ड्रोन और सीसीटीवी से निगरानी
कुछ क्षेत्रों में जुलूस मार्गों की निगरानी के लिए ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों का उपयोग किया जा रहा है।

संवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष ध्यान
महराजगंज में कुछ क्षेत्रों को संवेदनशील और अति संवेदनशील के रूप में चिह्नित किया गया है। इन क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल,मजिस्ट्रेट,और पीएसी (प्रांतीय सशस्त्र बल) की तैनाती की गई है।
मोहर्रम के जुलूस में मुस्लिम समुदाय के लोग बड़ी संख्या में हिस्सा लेते हैं। ताजिया जुलूस में गाजे-बाजे के साथ श्रद्धालु निर्धारित मार्गों पर चलते हैं और कर्बला में ताजिया को दफनाने की रस्म अदा करते हैं। प्रशासन की सतर्कता और सामुदायिक सहयोग के कारण जुलूस शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो रहा है।

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