उत्तर प्रदेशलखनऊ

मुख्यमंत्री ने विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर कौशल मेला एवं प्रदर्शनी का उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में युवाओं को उनके कौशल के अनुरूप रोजगार प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार निरन्तर प्रयत्नशील : मुख्यमंत्री

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प्रांजल केसरी न्यूज डेस्क
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में युवाओं को उनके कौशल के अनुरूप रोजगार प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार निरन्तर प्रयत्नशील है। कुशल युवाओं के माध्यम से हम आत्म निर्भर और विकसित भारत के सपने को साकार कर पाएंगे। भारत को आत्म निर्भर और विकसित बनाने के लिए उत्तर प्रदेश को भी आत्म निर्भर और विकसित बनाना पड़ेगा। वर्ष 2029 तक प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 01 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रदेश के प्रतिभाशाली युवाओं के माध्यम से हम इस लक्ष्य को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री जी आज यहां विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर कौशल मेला एवं प्रदर्शनी का उद्घाटन करने के पश्चात अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने व्यावसायिक शिक्षा,कौशल विकास और उद्यमशीलता विभाग की योजनाओं व कार्यक्रमों से लाभान्वित यूथ आइकॉन तथा टाटा टेक्नालॉजीज लिमिटेड के प्रतिनिधि,पी0आई0ए0 एवं ट्रेनिंग पार्टनर को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री जी के समक्ष व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता विभाग तथा मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान,प्रयागराज के मध्य एम0ओ0यू0 हस्ताक्षरित किया गया। कार्यक्रम के पश्चात मुख्यमंत्री जी ने 05 स्किल रथों को झण्डी दिखाकर रवाना किया।


मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस वर्ष विश्व युवा कौशल दिवस की थीम ए0आई0 और डिजिटल कौशल के माध्यम से युवा सशक्तिकरण का मार्ग प्रशस्त करना है। हमें वर्तमान की आधुनिक तकनीकों को अवश्य अपनाना चाहिए। रोबोटिक, ड्रोन टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इन्टेजीजेंस, थ्री डी प्रिंटिंग आदि क्षेत्रों में युवाओं के लिए अनेक अवसर हैं। ए0सी0, फ्रिज, सीलिंग फैन, बिजली, जल जीवन मिशन, पी0एन0जी0 पाइप लाइन, वेल्डिंग तथा प्लम्बिंग आदि क्षेत्रां में भी कुशल युवाओं की मांग है। युवाआें को इन क्षेत्रों में पारंगत होना पड़ेगा। यह सब अच्छी ट्रेनिंग से सम्भव हो सकता है। इस दिशा में किए गए प्रयास सराहनीय है। लेकिन इन प्रयासों को और अधिक गति देने की आवश्यकता है। जापान सहित अनेक देशों ने उत्तर प्रदेश के स्किल युक्त युवाओं की मांग की है। अन्य देशों में रोजगार के लिए जाने वाले युवाआें को प्रदेश के आई0टी0आई0, स्किल डेवलपमेन्ट सेन्टर आदि संस्थाओं में सम्बन्धित देशों की भाषाओं की ट्रेनिंग प्रदान की जानी चाहिए। 


मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज यहां यूथ आइकॉन को सम्मानित किया गया है। यह युवा परम्परागत शिक्षा प्राप्त करने के साथ-साथ कौशल विकास विभाग के स्तर पर कराये जा रहे प्रशिक्षण को प्राप्त कर 25 हजार रुपये से 01 लाख रुपये प्रतिमाह तक के पैकेज के साथ अपने जीवन में निरन्तर आगे बढ़ रहे हैं। उत्तर प्रदेश में कार्यों तथा मानव संसाधन की कोई कमी नहीं है। हमारे पास स्केल है, जिसे स्किल में बदलने के लिए अनेक प्रयास किये जा रहे हैं। प्रदेश सरकार 02 करोड़ युवाओं को डिजिटली सक्षम बनाने के लिए स्मार्टफोन तथा टैबलेट उपलब्ध करा रही है। इस योजना से अब तक 50 लाख युवाओं को लाभान्वित किया जा चुका है। प्रदेश सरकार ने टाटा टेक्नोलॉजीज के साथ मिलकर 150 राजकीय आई0टी0आई0 को न्यू एज टेक्नोलॉजी के साथ जोड़ने का कार्य किया है। इनके माध्यम से इण्डस्ट्री और मार्केट की मांग के अनुरूप युवाओं को ट्रेड और ट्रेनिंग के साथ जोड़ने का काम किया है। यह उत्तर प्रदेश के युवाओं की स्केल को स्किल में बदलने के लिए किए जाने वाले प्रयास का एक उदाहरण है।


मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में लगभग 400 सरकारी तथा 03 हजार निजी आई0टी0आई0 संचालित हैं। इन सभी आई0टी0आई0 को हब एण्ड स्पोक मॉडल के रूप में विकसित करना होगा। सरकारी आई0टी0आई0 में मात्र 40 रुपये फीस है तथा निजी क्षेत्रों में संचालित आई0टी0आई0 के लिए सरकार इन्सेंटिव प्रदान करती है। विद्यार्थियों के लिए स्कॉलरशिप का भी प्राविधान है। विभागीय स्तर पर होने वाले प्रयासों में मार्केट की मैपिंग,डिमाण्ड के अनुसार ट्रेड को विकसित करना तथा युवाओं का स्किल डेवलपमेन्ट कर उन्हें उद्योगों तक पहुंचाना आदि सम्मिलित है। यह सभी युवाओं का जीवन बेहतर करने की दिशा में एक सराहनीय प्रयास है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि शानदार कानून-व्यवस्था के कारण प्रदेश को अब तक 45 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इनमें से लगभग 15 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्तावों को जमीनी धरातल पर उतारा जा चुका है। यह प्रस्ताव प्रदेश के लाखों युवाओं को नौकरी व रोजगार के अवसर प्रदान करेंगे। प्रदेश की संस्थाओं को उद्योगों के साथ जोड़ना पड़ेगा। इसके माध्यम से हम इण्डस्ट्री की मांग का पता लगा सकेंगे। प्रदेश सरकार द्वारा प्रारम्भ किये गये अभिनव प्रयास के अन्तर्गत इण्डस्ट्री के साथ जुड़ने वाले युवाओं को अपना प्रोजेक्ट वर्क इण्डस्ट्री में ही पूरा करने की व्यवस्था की गयी है। इस दौरान सरकार उन्हें पी0एम0 व सी0एम0 इन्टर्नशिप की स्कीम के साथ जोड़कर 05 हजार रुपये प्रतिमाह 01 वर्ष तक उपलब्ध कराएगी।


मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में विगत 08 वर्षों में परम्परागत उद्यम को पुनर्जीवित किया गया है। ‘एक जनपद एक उत्पाद’ योजना के माध्यम से प्रदेश में डेढ़ करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ है। ‘मुख्यमंत्री विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना’ तथा ‘पी0एम0 विश्वकर्मा योजना’ के माध्यम से परम्परागत हस्तशिल्पी व कारीगरों को प्रशिक्षण के साथ-साथ टूलकिट उपलब्ध कराकर उन्हें बैंकों के साथ जोड़ने का अभिनव कार्यक्रम सफलतापूर्वक आगे बढ़ाया जा रहा है। अब तक 01 लाख से अधिक लोगों को प्रशिक्षण देकर रोजगार उपलब्ध कराया गया है। युवाओं को प्रशिक्षण, डिजाइनिंग तथा पैकेजिंग आदि से जोड़कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुचारु रूप से आगे बढ़ाने का काम किया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि एम0एस0एम0ई0 विभाग के माध्यम से जो युवा अपने उद्यम व स्टार्टअप स्थापित करना चाहते हैं, उनके लिए सी0एम0 युवा नाम की नई योजना संचालित की गयी है। इस योजना में व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता विभाग के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त आई0टी0आई0 तथा पॉलिटेक्निक डिग्री धारकों को प्राथमिकता दी जाती है। प्रदेश सरकार उन्हें 05 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त ऋण तथा मार्जिन मनी उपलब्ध करा रही है। अब तक 50 हजार से अधिक युवा इस योजना से लाभान्वित हो चुके हैं। इस योजना में व्यक्ति को केवल मूलधन वापस करना है, ब्याज सरकार के द्वारा देय होगा। मूलधन वापस करने पर 7.5 रुपये लाख तक ब्याजमुक्त ऋण की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी।


मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश में स्किल्ड मैनपावर की अत्यन्त आवश्यकता है। युवा जिस फील्ड/ट्रेड का चयन करें, उस ट्रेड में पारंगत होना आवश्यक है। स्वयं को इण्डस्ट्री और मार्केट की डिमाण्ड के अनुरूप तकनीकी रूप से सक्षम बनाना चाहिए। नेशनल एजुकेशन पॉलिसी-2020 के अनुसार, प्रत्येक विद्यार्थी को अपनी सामान्य डिग्री प्राप्त करने के दौरान एक स्किल डेवलपमेण्ट कार्यक्रम के साथ जुड़ना होगा। वर्तमान में माध्यमिक शिक्षा के विद्यार्थियों को किसी न किसी ट्रेड में ट्रेण्ड करने के लिए नियमित कक्षाएं चलाई जा रही हैं। छात्र-छात्राएं आई0टी0आई0 में जाकर प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। एन0ई0पी0 विद्यार्थियों को एक साथ ड्यूअल सर्टिफिकेट प्राप्त करने की स्वतंत्रता प्रदान करती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में पर्याप्त अवसर उपलब्ध हैं। प्रदेश में प्रचुर मात्रा में खाद्यान्न तथा जल संसाधन है। कृषि के क्षेत्र में खाद्यान्न को पैकेजिंग, वेयरहाउसिंग, फूड प्रोसेसिंग के साथ जोड़ने तथा उत्पाद को मार्केट तक पहुंचाने की दिशा में रोजगार की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकती है। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग में ‘एक जनपद एक उत्पाद’,विश्वकर्मा श्रम सम्मान’ ‘पी0एम0 विश्वकर्मा’ आदि योजनाएं युवाआें के लिए नए अवसर उपलब्ध करा रही हैं। विगत 08 वर्षों में उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के अन्तर्गत 12 लाख से अधिक लोगों को ट्रेनिंग प्रदान की गई। इनमें से लगभग 06 लाख युवाओं को सीधे रोजगार से जोड़ा गया। कुछ युवाओं ने स्वयं के स्टार्टअप स्थापित किए। हमारा प्रयास होना चाहिए कि जब कोई युवा किसी व्यवसायिक व उद्यमिता केन्द्र से प्रशिक्षण पूर्ण करे, तो उसके हाथ में जॉब कार्ड अवश्य हो। यह तभी सम्भव होगा, जब हम इन युवाओं को उद्योग के साथ जोड़ेंगे। कार्यक्रम में व्यावसायिक शिक्षा,कौशल विकास और उद्यमशिलता विभाग के विकास कार्यां से सम्बन्धित एक लघु फिल्म प्रदर्शित की गयी।
व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) कपिलदेव अग्रवाल ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
इस अवसर पर कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, सूक्ष्म,लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री राकेश सचान,श्रम एवं सेवायोजन राज्यमंत्री मनोहर लाल मन्नू कोरी,मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, सलाहकार मुख्यमंत्री अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता डॉ हरिओम, मिशन निदेशक पुलकित खरे सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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