उत्तर प्रदेश

संस्कार केन्द्रों का आवर्ती अभ्यास वर्ग शिवलाल सरस्वती विद्या मंदिर,तुलसीनगर में संपन्न

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प्रांजल केसरी न्यूज डेस्क
अयोध्या: आज दिनांक 24 जुलाई 2025 को सरस्वती संस्कार केंद्र अयोध्या के संचालक/संचालिकाओ का आवर्ती अभ्यास वर्ग शिवलाल सरस्वती विद्या मंदिर,तुलसीनगर अयोध्या में संपन्न हुआ। इस वर्ग में राघव कुमार सह सेवा संयोजक विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र ने कहा केंद्र संचालक एवं सेवा प्रमुख का दायित्व क्या है।
सरस्वती संस्कार केन्द्र प्रबंध-व्यवस्था आवश्यकता स्वरूप,गठन तथा कार्य।
किसी भी प्रभावी कार्य के पीछे उसमें लगी प्रबंध व्यवस्था एवं कार्य करने की प्रेरणा का तथा योगदान को महत्वपूर्ण माना गया है। ठीक प्रबंधन के अभाव में कार्य का अपेक्षित परिणाम प्राप्त करना असंभव होता है। हमारे सरस्वती संस्कार केन्द्र प्रभावी तथा परिणामकारी बनने चाहिए। परन्तु ध्यान रहे ये केन्द्र सेवा से सम्बंधित हैं। इन केन्द्र की प्रबंधन-आवश्यकता तो और भी महत्वपूर्ण है क्योंकि सेवा का सम्बन्ध मानवीय संवेदना से होता है। इसी संवेदना के कारण समाज का सामान्य सा व्यक्ति भी सर्वोच्च बन जाता है। प्रबंधन की इसी भूमिका को ध्यान में रखकर हमे अपने के सुसंचालन का दायित्व निर्वाह करना होगा। हमारे सम्पूर्ण कार्य के प्रबन्धन-व्यवस्था का आधार स्नेह और आत्मीयता है। प्रबन्धन के अर्थ को यदि हम प्रशासन का स्वरूप देंगे तो शायद उचित नहीं होगा। क्योंकि स्वामी विवेकानंद ने कहा-आध्यात्मिक जगत में मानव सेवा एक सौभाग्य है न कि बाध्यता। हमें साक्षात ईश्वर की सेवा का अवसर प्राप्त हुआ है। सेवा को परोपकार कहकर छोटा नहीं किया जा सकता। एक उपासक केवल सेवा व श्रद्धा ही कर सकता है दया और मदद नहीं। प्रत्येक सरस्वती संस्कार केन्द्र’ठीक तरह से संचालित हो इसके लिए विद्यालय-परिवार व सेवा बस्ती/ ग्राम के लोगों का संरक्षक-मण्डल होगा। इसका गठन करते समय व्यक्ति की सेवा कार्य में रुचि,संगठन भाव,समय देने की तैयारी और सक्रिय रहने का स्वभाव का विशेष ध्यान रखना चाहिए। प्रबंधन के हर स्तर पर मातृशक्ति की सहभागिता रहे ऐसा प्रयास चाहिए। इस वर्ग में योगेश कुमार भारद्वाज सेवा संयोजक विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र,सुरेश मणि सिंह प्रान्त सेवा प्रमुख अवध प्रान्त,ऋषभ वाजपेयी प्रधानाचार्य,एवं जिला सेवा प्रमुख अयोध्या,शिवलाल सरस्वती विद्या मंदिर तुलसीनगर परिचय कराया तथा सुरेश मणि ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।

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