हत्या के दिन की पूरी कहानी आई सामने,जानिए-राजा को कैसे किलर्स ने दोस्ती के जाल में फंसाया,फिर..

उप संपादक शत्रुघ्न प्रजापति
नई दिल्ली: हनीमून के दौरान राजा रघुवंशी की हत्या इस वक्त देश में चर्चा का विषय बनी हुई है. दरअसल,राजा रघुवंशी की हत्या की साजिश उसकी पत्नी सोनम रघुवंशी ने ही रची थी. इस हत्याकांड में जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, कई सनसनीखेज खुलासे सामने आ रहे हैं. इस हत्याकांड की मास्टरमाइंड और मृतक राजा रघुवंशी की पत्नी सोनम रघुवंशी को कड़ी सुरक्षा में यूपी के गाजीपुर से मेघालय पुलिस अपने साथ शिलांग ले जा चुकी है. उसे बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया. इस बीच हत्याकांड की जांच कर रही मेघालय पुलिस ने वारदात के दिन की पूरी टाइमलाइन साझा की है.
सोनम और राजा के साथ ही हत्यारों ने किया चेकआउट:
पुलिस के अनुसार, सुबह 5:30 बजे शिप्रा होटल से राजा, सोनम और तीनों किलर (अज्ञात व्यक्ति) ने चेक आउट किया. सुबह 6:00 बजे सोनम और राजा ने चढ़ाई शुरू की. सोनम रास्ते में रुकी और किलर्स से बातचीत की, जिसमें राजा को भी शामिल किया. सुबह 7:00 बजे सोनम और राजा एक दुकान पर चाय पीने के लिए रुके, इस दौरान किलर्स भी आसपास ही थे. सुबह 10 बजे सोनम और राजा ने 2000 सीढ़ियां चढ़ी. एक टूरिस्ट गाइड ने उन्हें तीन लड़कों ( किलर्स) के साथ देखा, जिसका बयान पुलिस ने दर्ज किया.
हत्या से पहले किलर्स ने राजा की दोस्ती:
दोपहर 12 बजे राजा की किलर्स से दोस्ती हुई. इस दौरान सोनम पीछे चलने लगी, जबकि राजा और किलर्स आगे थे. दोपहर 12:30 बजे सोनम ने अपनी सास को फोन किया, चढ़ाई और थकान का जिक्र किया. दोपहर 1 से डेढ के बीच सोनम ने इशारा किया और विशाल ( किलर) ने पहला वार किया. दोपहर 02:15 बजे सोनम ने राजा के फोन से एक पोस्ट किया, जिसमें दुख का जिक्र था और फोन को खाई में फेंक दिया. दोपहर 2:30 बजे राजा की हत्या के बाद उसे खाई में फेंक दिया गया.
23 मई को हुई राजा रघुवंशी की हत्या:
इस पूरे हत्याकांड के घटनाक्रम पर नजर डाले तो पता चलता है कि 23 मई को राजा रघुवंशी की हत्या हुई. 24 मई को राजा की पत्नी सोनम फरार हुई. 25 मई को इंदौर में राज कुशवाहा से मुलाकात की, फिर 9 जून उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में सोनम ने सरेंडर कर दिया. सरेंडर करने से पहले उसने अपने भाई से बात की. इस दौरान वह फूट-फूटकर रोने लगी. पुलिस को सूचना मिलने पर उसे गाजीपुर के एक ढाबे से हिरासत में लिया गया. 10 जून कोर्ट में पेशी हुई. जहां तीन दिन का ट्रांजिट रिमांड मंजूर किया गया. 11 जून को पटना होते हुए सोनम को शिलांग ले जाया गया. इस बीच सोनम का परिवार मेघालय पुलिस पर कहानी रचने का आरोप लगा रहा है. परिवार का मानना है कि सोनम ऐसा नहीं कर सकती है. हालांकि, बुधवार को सोनम का भाई विपिन राजा की मां से मिलने पहुंचा, तो उनसे लिपट कर फूट-फूटकर रोने लगा. इसके साथ ही उसने कहा कि मेरी बहन ही इस हत्या की मास्टरमाइंड हैअब मेरा उससे कोई रिश्ता नहीं है. मैं उसे और बाकी सभी दोषियों को फांसी की सजा दिलवाऊंगा।