देश में सेवा कार्य द्वारा बस्ती,समाज,देश परिवर्तन हो रहा- यतीन्द्र कुमार शर्मा

प्रांजल केसरी न्यूज एजेंसी
लखनऊ: आज दिनांक 13 जून 2025 को सेवा क्षेत्र की शिक्षा के प्रशिक्षण वर्ग के मुख्य अतिथि यतीन्द्र कुमार शर्मा ने दीप प्रज्ज्वलित कर पुष्पार्चन किया। यतीन्द्र कुमार शर्मा ने कहा कि देश में सेवा कार्य द्वारा बस्ती,समाज,देश परिवर्तन हो रहा है। सेवा कार्य और सामाजिक परिवर्तन एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। सेवा कार्य का उद्देश्य समाज के वंचित और कमजोर सदस्यों की मदद करना है,जबकि सामाजिक परिवर्तन का उद्देश्य समाज में बदलाव लाना है। सेवा कार्य को सामाजिक परिवर्तन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जाता है।

सेवा कार्य और सामाजिक परिवर्तन के बीच संबंध:
सेवा कार्य सामाजिक परिवर्तन का आधार:
सेवा कार्य समाज में सुधार लाने में मदद करता है। जब लोग अपनी समस्याओं को हल करने में सक्षम होते हैं,तो वे सामाजिक परिवर्तन के लिए अधिक प्रेरित होते हैं।
सेवा कार्य के माध्यम से जागरूकता:
सेवा कार्य के माध्यम से लोगों को सामाजिक मुद्दों के बारे में जागरूक किया जा सकता है। जब लोग दूसरों की मदद करते हैं,तो वे सामाजिक अन्याय और असमानता के बारे में अधिक जानने और समझने का अवसर पाते हैं। सेवा कार्य के माध्यम से समाज को सशक्तिकरण करना है। सेवा कार्य लोगों को सशक्त बनाता है। जब लोग अपनी समस्याओं को हल करने में सक्षम होते हैं,तो वे अपने अधिकारों और अवसरों के लिए अधिक आवाज उठाते हैं।

सेवा कार्य के माध्यम से बदलाव:
सेवा कार्य के माध्यम से लोगों को सामाजिक परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जा सकता है। जब लोग दूसरों की मदद करते हैं,तो वे बदलाव लाने के लिए अधिक प्रेरित होते हैं।
सेवा कार्य के प्रकार:
वैयक्तिक सेवा कार्य:
एक व्यक्ति को किसी समस्या से जूझने में मदद करना,जैसे कि गरीबी,बेरोजगारी या बीमारी,अशिक्षा के अभाव में सहयोग करना है।
सामूहिक सेवा कार्य:
एक समूह के सदस्यों की मदद करना,जैसे कि किसी समुदाय में स्वास्थ्य या शिक्षा के स्तर को बढ़ाना। हमारे संस्कार केंद्र के माध्यम से बस्ती में परिवर्तन दिखाई दे रहा है।
– बस्ती से छूआछूत समाप्त हुआ है।
– बस्ती नशामुक्त हुआ है।
– बस्ती से अशिक्षा समाप्त हो रहा है।
– सरस्वती संस्कार केंद्र के बहनों को अपने घर पर बुलाकर कन्या पूजन करना है।

यतीन्द्र ने कहा कि संस्कार केंद्र के माध्यम से बस्ती तथा समाज में परिवर्तन दिखना चाहिए। बोलना नहीं है। कार्य करते रहना है। संस्कार केंद्र के माध्यम से एक दिन देश में परिवर्तन होगा।

इस कार्यक्रम योगेश कुमार भारद्वाज,सेवा शिक्षा संयोजक विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र,राघव कुमार सह सेवा शिक्षा संयोजक विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र,सुरेश मणि सिंह प्रान्त सेवा प्रमुख अवध प्रान्त,सरस्वती विद्या मंदिर सेक्टर क्यू,अलिगंज लखनऊ,विद्यालय के प्रबंधक,अभिनव भार्गव,विद्यालय के कोषाध्यक्ष,सन्तोष सिंह प्रधानाचार्य,अलिगंज लखनऊ,अम्बरीश सम्भाग निरीक्षक साकेत सम्भाग,अवधेश प्रधानाचार्य लखनऊ तथा सभी सेवा प्रमुख,केन्द्र संचालक/संचालिका उपस्थित रहे। इस वर्ग में 32 महिला तथा 40 पुरुष प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।