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मुख्यमंत्री ने गोरखपुर के जैतपुर से 7283.28 करोड़ रु0
की लागत से निर्मित गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का किया लोकार्पण

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प्रांजल केसरी ब्यूरो
लखनऊ :  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद गोरखपुर के जैतपुर (एन0एच0-27) से 7283.28 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री जी ने घाघरा नदी के कम्हरिया घाट पर निर्मित पुल पर नदी के कटान के बचाव कार्यों का निरीक्षण किया। इसके साथ ही, 10 सुरक्षा वाहनां को भी हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया तथा हरीशंकरी का पौधरोपण किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कल अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस है। 11 वर्ष पूर्व इस अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस को वैश्विक मान्यता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रयासों से मिली। 11वें अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व संध्या पर पूर्वी उत्तर प्रदेश को कनेक्टिविटी का एक बेहतरीन उपहार प्राप्त हो रहा है। प्रत्यक्ष रूप से इस कनेक्टिविटी का उपहार जनपद आजमगढ़, अम्बेडकरनगर, संतकबीरनगर व गोरखपुर को प्राप्त हो रहा है, वहीं अप्रत्यक्ष रूप से पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश को इससे लाभ प्राप्त होगा। विकास के लिए यह आवश्यक है कि हमारी गति तेज हो। इस गति को बढ़ाने के लिए बेहतरीन इन्फ्रास्ट्रक्चर की आवश्यकता होती है। इन्फ्रास्ट्रक्चर अच्छा होगा, तो ही गति बढ़ेगी। गति बढ़ेगी तो प्रगति होगी, और प्रगति होगी, तो समृद्धि अपने आप ही आ जायेगी। यह विकास की एक सुनिश्चित अवधारणा है। दुनिया में जितने भी विकसित देश है, उन्होंने अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान दिया है।


मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2017 से पहले उत्तर प्रदेश की क्या स्थिति थी, यह किसी से छिपा नहीं है। उस समय विकास कोसों दूर था, बुनियादी सुविधाओं का अभाव था, गरीब कल्याणकारी योजनाओं का लाभ किसी भी तबके को नहीं प्राप्त होता था। उस दौरान परम्परागत उद्यम बन्द थे। आज प्रदेश माफिया मुक्त, गुण्डा मुक्त, दंगा मुक्त राज्य के रूप में अपने आपको स्थापित कर चुका है। उत्तर प्रदेश देश में पयर्टन एवं निवेश के बेहतरीन गन्तव्य के रूप में उभरा है। पहले यह पता ही नहीं लगता था कि सड़क में गढ्ढे है या गढ्ढे में सड़क है, किन्तु आज एक्सप्रेस-वे का जाल राज्य को एक नई अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित कर रहा है। इन्फ्रास्ट्रक्चर पर प्रदेश सरकार द्वारा ध्यान जाने के कारण आज उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य की श्रेणी से उबरकर भारत की एक इमर्जिंग स्टेट एवं ग्रोथ इंजन के रूप में अपने आपको स्थापित कर देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था के तौर पर आगे बढ़ चुका है। आज प्रदेश के सामने पहचान का संकट नहीं है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत दिनां लखनऊ में 60 हजार से अधिक पुलिस कार्मिकां को केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी द्वारा नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया। इसमें गोरखपुर के भी काफी नौजवान सम्मिलित हैं। इस भर्ती में 12,045 बेटियों की भी नियुक्ति हुई है। देश की आजादी के बाद वर्ष 1947 से वर्ष 2017 तक उत्तर प्रदेश में केवल 10 हजार महिला पुलिस कर्मी थीं, किन्तु वर्ष 2017 से अब तक यह संख्या 40 हजार से भी ज्यादा हो गयी है। इन नियुक्तियों पर कोई प्रश्न नहीं खड़ा कर सकता। जाति, क्षेत्र, सम्प्रदाय के आधार पर किसी प्रकार का भेदभाव न कर युवाओं का चयन उनकी योग्यता के आधार पर पारदर्शी एवं निष्पक्ष तरीके से किया गया है। यह पुलिस जवान कल अपने-अपने जनपदों में योग दिवस का हिस्सा बनेंगे। यह नये भारत का नया उत्तर प्रदेश है। युवा ऊर्जा को सकारात्मक ऊर्जा में बदलने व उसका लाभ प्रदेश के नवनिर्माण में लेने की दिशा में आज उत्तर प्रदेश आगे बढ़ चुका है। 
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह नियुक्ति बिना किसी भेदभाव के हुई है। केन्द्रीय गृह मंत्री जी ने अपने सम्बोधन में कहा था कि बिना पर्ची और बिना खर्ची के उत्तर प्रदेश शासन ने पारदर्शी भर्ती कर प्रदेश के युवा को विकास के लिए समर्पित कर दिया है। विगत 08 वर्षो में प्रदेश में 02 लाख 16 हजार नौजवानों की भर्ती उत्तर प्रदेश पुलिस बल में की गयी है। प्रदेश के सभी विभागां में 08 वर्षो में 8.5 लाख से अधिक सरकारी नौकरी दी गयी है। प्रदेश में युवाओं को पारदर्शी तरीके से नौकरी दी गयी। सुरक्षा का बेहतर वातावरण बना तथा प्रदेश की अर्थव्यवस्था आगे बढ़ी। इस सुरक्षा के माहौल के कारण प्रदेश में निवेश भी बढ़ा है। इन 08 वर्षो में लगभग 50 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव राज्य को प्राप्त हुए हैं। इसमें 15 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव को धरातल पर उतारा भी जा चुका है। निवेश को ही आधार बनाने के लिए यह एक्सप्रेस-वे बनाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद गोरखपुर के दक्षिणांचल में जहां पहले अपराधी गिरोह सक्रिय रहते थे, अब यहां औद्योगिक विकास की नयी नींव पड़ रही है। अकेले गीडा में विगत 08 वर्षों में 15 हजार करोड़ रुपये के निवेश को धरातल पर उतारा गया है। 40 हजार से अधिक युवाओं को इन निवेशों के कारण नौकरी प्राप्त हुई है। अलग-अलग क्षेत्र में लग रहे उद्योगों से भी नौकरी की सम्भावनाआें को बढ़ाया गया है।


आज जनपद गोरखपुर, संतकबीरनगर, आजमगढ़, अम्बेडकरनगर में इस लिंक एक्सप्रेस-वे के माध्यम से कनेक्टिविटी का जो कार्य हो रहा है, वही कार्य पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे ने जनपद लखनऊ से गाजीपुर के बीच किया है। यही कार्य बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे ने बन्देलखण्ड के 07 जनपदों में किया है। कनेक्टिविटी बेहतर करने का यही कार्य गंगा एक्सप्रेस-वे के माध्यम से जनपद मेरठ से प्रयागराज तक किया जायेगा। केवल एक्सप्रेस-वे ही नहीं बनेंगे, बल्कि प्रत्येक एक्सप्रेस-वे के प्रत्येक जनपद में एक औद्योगिक गलियारा भी विकसित किया जा रहा है। इस गलियारे में एम0एस0एम0ई0 उद्योग के साथ लॉजिस्टिक केन्द्र, मत्स्य उत्पाद केन्द्र आदि का निर्माण किया जायेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में रोड कनेक्टिविटी के साथ एयर कनेक्टिविटी को भी बेहतर किया जा रहा है। पहले गोरखपुर से दिल्ली के लिए हवाई सेवाएं कम थीं, किन्तु आज देश के अलग-अलग शहरों के लिए 14 फ्लाइट गोरखपुर से संचालित हो रही हैं। इसने विकास को गति दी है। पहले प्रदेश में केवल 02 एयरपोर्ट लखनऊ व वाराणसी में थे, किन्तु आज प्रदेश में 16 एयरपोर्ट संचालित हैं। इसमें से 04 एयरपोर्ट-कुशीनगर, अयोध्या, लखनऊ एवं वाराणसी अन्तरराष्ट्रीय एयरपोर्ट हैं। जनपद गौतमबुद्धनगर के जेवर में प्रदेश का 5वां अन्तरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाया जा रहा है। यह देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा। अब उत्तर प्रदेश देश में एक्सप्रेस-वे कनेक्टिविटी, अन्तरराष्ट्रीय एयरपोर्ट संख्या व रेल कनेक्टिविटी में नम्बर एक बनने की दिशा में है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज जनपद गोरखपुर में विकास की असीम संभावनायें है। प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से गोरखपुर में एम्स और फर्टिलाइजर कारखाना आगे बढ़ चुका है। शासन द्वारा गोरखपुर में इस माह के अन्त में आयुष विश्वविद्यालय का उद्घाटन भी राष्ट्रपति जी के कर-कमलों से कराया जायेगा। पहले हाईवे के माध्यम से गोरखपुर से लखनऊ जाने के लिए 3.5 से 04 घण्टे लगते थे, परन्तु अब लिंक एक्सप्रेस-वे के माध्यम से केवल 03 घण्टे में यह दूरी तय की जा सकेगी। आज जनपद आजमगढ़ में भी उनके द्वारा इसका लोकार्पण किया गया है। जनपद आजमगढ़ से लखनऊ जाने में अब केवल 02 घण्टे का समय लगता है। इससे आरामदायक सफर भी प्राप्त होगा। यह विकास की गति को बढ़ाने वाला होगा। एक्सप्रेस-वे का संजाल बनने व उद्योग लगने के बाद अब प्रदेश के नौजवानों को रोजगार के लिए बाहर नही जाना पड़ेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कला का सम्मान होना चाहिए। सभी ने आज श्री प्रवण सिंह का विकास पर आधारित एक गाना सुना है। गोरखपुर महोत्सव का थीम सॉन्ग व उत्तर प्रदेश महोत्सव का भी थीम सॉन्ग उन्होंने ही लिखा है। कला विरासत को जोड़ती है। उत्तर प्रदेश आज विरासत और विकास का अदभुत संगम बना है। प्रयागराज में महाकुम्भ के दौरान सभी पुण्य के भागीदार बने। प्रदेश में आज अयोध्याधाम, नैमिषारण्यधाम, मां विन्ध्यवासिनी धाम, चि़त्रकूट धाम, मथुरा, वृन्दावन आदि सभी तीर्थ स्थानों पर विकास का अद्भुत समन्वय देखने को मिल रहा है। विकास का यह अद्भुत समन्वय नये उत्तर प्रदेश की पहचान है। इतिहास को विस्मृत कर कोई समाज आगे नहीं बढ़ सकता। हम सभी को अपनी विरासत पर गर्व होना चाहिए। हम सभी प्रधानमंत्री जी के आभारी है, जिन्होंने विरासत को विकास से जोड़ने का कार्य किया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कल 21 जून को अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस पर विरासत का अद्भुत संगम हम सभी को देखने को मिलेगा। एक साथ प्रत्येक ग्राम पंचायत एवं नगर निकायों में अमृत सरोवर व अन्य जगहों पर सम्पूर्ण आरोग्यता के लिए योग के कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। हम सभी को सम्पूर्ण आरोग्यता के लिए इस कार्यक्रम से जुड़ना चाहिए एवं एक स्वस्थ्य दिनचर्या को अपने जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए। उन्हांने कहा कि ‘शरीरमाद्यं खलु धर्म साधनम’ अर्थात धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष सभी पुरुषार्थ तभी प्राप्त होंगे जब आपका शरीर स्वस्थ होगा। इस योग दिवस पर हम सभी के साथ पूरी दुनिया जुडे़गी और भारत के विरासत पर गर्व करेगी। विरासत और विकास का समन्वय हम सभी को देखने को प्राप्त हो रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पहले कोई भी नहीं सोचता था कि बेलघाट,खजनी एवं सिकरीगंज का यह क्षेत्र एक्सप्रेस-वे से जुड़ेगा, लेकिन आज यह साकार हुआ है। यहां उद्योग भी लगाये जायेंगे। अभी से ही इस क्षेत्र के लिए विभिन्न उद्योगों से निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो रहे हैं। दक्षिणांचल के इस क्षेत्र में 100 वर्ष पहले सिंगापुर, थाईलैण्ड, लाओस आदि देशों में पलायन हुआ था, किन्तु अब यहा पलायन नही होगा, बल्कि स्थानीय स्तर पर ही लोगों को रोजगार प्राप्त होगा। जब किसी क्षेत्र में सुरक्षा का बेहतर माहौल और बेहतरीन इन्फ्रास्ट्रक्चर होता है, तो दुनिया की कोई ताकत उसको समृद्धि के मार्ग पर जाने से रोक नहीं सकती। समृद्धि की यह राह आज पूरे गोरखपुर में, पूरे प्रदेश में व पूरे देश में देखने को मिल रही है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे इसी का एक उदाहरण है। विकास और विरासत के समन्वय का कार्य लगातार आगे चलता रहेगा।
इस अवसर पर औद्योगिक विकास मंत्री श्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने कहा कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण इस बात का सबूत है कि मुख्यमंत्री जी सेवा और सुशासन के ब्राण्ड एम्बेसडर हैं। आज उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य से औद्योगिक ग्रोथ इंजन के रूप में उभरा है। प्रदेश की कनेक्टिविटी जितनी बेहतर होगी विकास की रफ्तार उतनी ही तेज होगी। मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश विकास के नित्य नए आयाम गढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश में नये-नये उद्योग स्थापित हो रहे हैं। आने वाले दिनों में भारत के कुल एक्सप्रेस-वे का 50 प्रतिशत हिस्सा उत्तर प्रदेश का होगा। प्रदेश में 04 लाख किलोमीटर सड़कों का जाल एवं 16,000 किलोमीटर रेल नेटवर्क है। मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश दिन-प्रतिदिन आगे बढ़ रहा है। पहले प्रदेश में दो एयरपोर्ट थे। आज 16 एयरपोर्ट के साथ नम्बर वन प्रदेश है। उत्तर प्रदेश देश का लैण्डलाक्ड राज्य है। प्रधानमंत्री जी के मार्ग दर्शन एवं मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में वाराणसी से हल्दिया तक जलीय आवागमन सुगम हुआ है, जिसे प्रयागराज तक बढ़ाने की बात चल रही है।
जल शक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि वर्ष 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में अराजकता का माहौल था। आज मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश चहुंमुखी विकास कर रहा है। सुरक्षा के बेहतर माहौल के कारण ही प्रदेश में निवेश हो रहा है। यहां पर बिना भेदभाव के युवाओं को नौकरी दी जा रही हैं। प्रदेश में चारों ओर सड़कों का जाल बिछा हुआ है। कनेक्टिविटी बेहतर हुई है। आवागमन सुगम हुआ है। पहले मुसहर, वनटांगिया, थारू एवं अन्य जनजातियों को जनकल्याणकारी योजनाओं से वंचित किया जाता था। आज मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में इन समुदायों को सभी योजनाओं से अच्छादित करने के साथ-साथ युवाओं को सरकारी नौकरियां दी जा रही हैं।
मुख्य सचिव एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी यूपीडा श्री मनोज कुमार सिंह ने स्वागत सम्बोधन में कहा कि आज उत्तर प्रदेश, एक्सप्रेस-वे प्रदेश के रूप में पहचान बना रहा है। मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के लोकार्पण से देश में 42 प्रतिशत एक्सप्रेस-वे पर कन्ट्रोल उत्तर प्रदेश का होगा। नवम्बर, 2025 में गंगा एक्सप्रेस-वे के लोकार्पण के उपरान्त देश के एक्सप्रेस-वे नेटवर्क में उत्तर प्रदेश की भागीदारी 42 प्रतिशत से बढ़कर 62 प्रतिशत हो जायेगी। यह एक्सप्रेस-वे वाहन के लिए ही नहीं, बल्कि लोगों की उम्मीद, अवसर तथा रोजगार के सुगम माध्यम होंगे। लिंक एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर औद्योगिक गलियारा बन रहा है।
उल्लेखनीय है कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे से वाराणसी, लखनऊ, आगरा एवं दिल्ली तक तीव्र यातायात सम्भव हो सकेगा। इस एक्सप्रेस-वे से जनपद गोरखपुर,  संतकबीरनगर,अम्बेडकरनगर तथा आजमगढ़ से सीधी कनेक्टिविटी हो जायेगी। इस एक्सप्रेस-वे में हेल्पलाइन,सी0सी0टी0वी0,एम्बुलेंस के साथ ही ई-वाहनों के लिए पर्याप्त चार्जिंग स्टेशन की सुविधा होगी। यहां 154 एकड़ एवं 362 एकड़ क्षेत्रफल में 02 औद्योगिक गलियारों के विकास से निवेश में वृद्धि होगी। रोजगार सृजन एवं स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
कार्यक्रम को सांसद रवि किशन शुक्ल ने लोगों को सम्बोधित किया।
इस अवसर पर मत्स्य मंत्री संजय निषाद,ग्राम्य विकास राज्यमंत्री विजय लक्ष्मी गौतम, औद्योगिक विकास राज्यमंत्री जसवंत सिंह सैनी,अन्य जनप्रतिनिधिगण,सलाहकार मुख्यमंत्री अवनीश कुमार अवस्थी सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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