डूबते सूर्य को अर्घ देकर महिलाओं ने की छठ पूजा


प्रांजल केसरी
महराजगंज। जनपद के समस्त छठ घाटों पर लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा के तीसरे दिन ब्रती महिलाओं ने बेदी के सम्मुख पूजन करते हुए देर शाम जल में खडे होकर डूबते सूर्य भगवान को अर्घ दी। बिहार प्रांत से शुरू हुआ ये त्योहार भारत मे बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। छठ पूजा,देवी प्रकृति के छठे रूप और भगवान सूर्य की बहन छठी मैया को त्योहार की देवी के रूप में पूजा जाता है। छठी मैया की पूजा महिलाएं पति की लंबी दिर्घायु पुत्र प्राप्ति के लिए एवं घर में धन वैभव वृद्धि एवं खुशहाली के लिए करती हैं।विभिन्न प्रकार के फलों के साथ निर्जला उपवास रखकर पूजा करती हैं। छठ पूजा को महिलाओं के साथ-साथ आदमी भी रखते हैं,यह पूजा विशेष कर अपने संतानो की सुख समृद्धी और लंबी आयु के लिए किया जाता है छठ पूजा के पहले दिन नहा- खा होता है,दूसरे दिन खरना होता है और तीसरे और चौथे दिन शाम और सुबह का अर्घ दिया जाता है। इस तरह यह चार दिवसीय त्योहार है।