उत्तर प्रदेश

लोनी तहसील में भ्रष्टाचार चरम पर,आम जनता का शोषण कर रहे है पटवारी और कानूनगो

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मुन्ना अंसारी राज्य ब्यूरो
फैजाबाद। मंगलवार को भारतीय किसान/यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं सचिन शर्मा ने लोनी तहसील में कार्यरत पटवारियों,तहसीलदार के ड्राइवर,कानूनगो व अन्य पर भ्रष्टाचार में शामिल होने का आरोप लगाया है। अध्यक्ष पंडित सचिन शर्मा जी ने एसडीएम को पटवारियों और उनके सहायकों,तहसीलदार के ड्राइवर,कानूनगो के बदले पैसा लेने वाले कि एक सूची भी सौंपी है। पं सचिन शर्मा ने कहा कि पूरी तहसील में हर कार्य का लिस्ट बनाया गया है,जन्म प्रमाण पत्र से लेकर,आय,जाति,ईडब्ल्यूएस,ज़मीन की नपाई हर कार्य के लिए पैसे लिए जा रहे है,फैक्ट्रियों से तहसीलदार का ड्राइवर उगाही करता है जो सरकार के जीरो टॉलरेंस निति के खिलाफ है। इन सभी पटवारियों का स्थानांतरण होना चाहिए और इनकी एवं सहायकों के संपत्ति की जांच होनी चाहिए। पूरी लोनी तहसील में भ्रष्टाचार चरम पर है। तहसील के अधिकतर पटवारी भ्रष्टाचार में लिप्त है और आम जनमानस प्रतिदिन लोनी तहसील में लूटा जाता है। आय प्रमाण पत्र,जाति प्रमाण पत्र,मूल निवास,ईडब्लूएस प्रमाण पत्र से लेकर जमीन नापने और प्रधानमंत्री आवास योजना की पात्रता जांचने तक के दाम 500 से लेकर लाखों रूपए तक तय है। इसका प्रमुख कारण एक समुदाय विशेष के लोगों को सभी पटवारी ने अपना सहायक बना रखा है और यह लोग स्वंय को पटवारी का आदमी और कई स्थानों पर स्वंय को पटवारी बताते है। यहीं लोग प्रमाण पत्रों व अन्य कार्यो की जांच आदि भी करते है। इसके अतिरिक्त तहसीलदार का ड्राईवर अनिल जोकि फैक्ट्रियों व राजस्व से जुड़े मामलों का सेटलमेंट कराने के नाम पर पैसे की वसूली करता है जिनकी पहले भी कई बार शिकायत की जा चुकी है। साथ ही नगरपालिका में संचालित जनसुविधा केंद्र में कार्यरत व्यक्तियों के द्वारा भी लोगों से पैसा लिया जाता है और वहां से एप्लाई करने वालों के प्रमाणपत्र बना दिए जाते है और अन्य जनसुविधा केंद्र से एप्लाई करने वालों को परेशान किया जाता है। कानूनगो से कार्य कराने के नाम पर गजराज नामक व्यक्ति के द्वारा पैसे लिए जाते है। उक्त लोगों के द्वारा तहसील के बाहर कमरे बनाए गए है जहां से भ्रष्टाचार किया जाता है। लंबे समय से लोनी में कायर्रत पटवारियों एवं कानूनगो को लोनी से अन्य तहसील में स्थानांतरण किया जाए जिससे इनके द्वारा बनाए गए गठजोड़ को खत्म किया जा सके और भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टाॅलरेंस की नीति के अनुरूप कार्य हो सके। 
कुछ भ्रष्टतम पटवारियों के नाम निम्नलिखित है जिसकी जांच एवं कठोरतम कार्यवाही सुनिश्चित करें एवं इनकी संपत्ति की जांच की जाए-
1.किरणपाल गौतम (पटवारी)- रिश्वत लेने वाला सहायक समीर खान जिसकी लगातार शिकायत आती है। इसका पूरा परिवार लंबे समय से पटवारियों के साथ कार्यरत है।
2.अयूब अली खान (पटवारी)- रिश्वत लेने वाला सहायक शमशाद जोकि पटवारी के नाम से प्रसिद्ध है और समीर का भाई है जो अन्य पटवारी का सहायक है।
3.राहुल राठी (पटवारी)- रिश्वत लेने वाला सहायक फरमान व अन्य। 
4.सुजीत (पटवारी)- रिश्वत लेने वाला सहायक कयूम खान।
5.सतवीर (पटवारी)- रिश्वत लेने वाला सहायक देवेंद्र।
6.ललित कुमार (पटवारी)- रिश्वत लेने वाला सहायक मोनू उर्फ आरिफ।
7.मनोज (पटवारी)- रिश्वत लेने वाला सहायक अरूण और मनीश।
यूनियन की मांग:
सभी दोषी अधिकारियों,कर्मचारियों और होमगार्ड के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए।
तहसील में पारदर्शिता और ई-गवर्नेंस को लागू किया जाए।
रिश्वतखोरी रोकने के लिए सतर्कता टीम का गठन किया जाए।
सभी प्रक्रियाओं को तय समय सीमा में पूरा किया जाए

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