प्रभात सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था द्वारा धूमधाम से मनाई संत रविदास की जयंती

उप संपादक शत्रुघ्न प्रजापति
लखनऊ। प्रभात सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था द्वारा संत रविदास जी की जयंती धूमधाम से मनाई गई। रामलीला मैदान निकट लेबर अड्डा चिनहट लखनऊ में बाबू जगजीवन राम नेशनल फाउंडेशन सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली के सौजन्य से मनाई गई। कार्यक्रम के आरंभ में मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों द्वारा संत रविदास जी के चित्र पर माल्यार्पण करने के पश्चात सभी अतिथियों को शाल एवं शील्ड देकर सम्मानित किया गया। विद्यालय से आए बच्चों को जो की निबंध एवं अन्य प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया था को प्रथम द्वितीय एवं तृतीय तथा सांत्वना पुरस्कार शील्ड एवं सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया। वक्ताओं ने संत रविदास जी के जीवन वृतांत पर विस्तार से चर्चा की मुख्य अतिथि सतीश कुमार चतुर्वेदी जी ने बताया कि रविदास जी भाईचारे को ही सच्चा धर्म मानते थे वह सदा ही आडंबर के विरोधी रहे मन चंगा तो कठौती में गंगा रविदास जी की ही कहावत है रविदास जी का जन्म स्थान वाराणसी था इनके पिताजी का नाम संतोष दास था मां का नाम कलसा देवी था रविदास जी निर्गुण ब्रह्म की उपासना करते थे रविदास जी काम तो मोची का करते थे रविदास जी को रूपक और उपमा अलंकार विशेष प्रिय थे रविदास जी संत कबीर के समकालीन थे वह जाट से चमार (जाटव )थे लोग इन्हें रविदास भी कहते थे। रविदास की वाणी भक्ति की सच्ची भावना समाज के हितकारी मानव प्रेम से ओतप्रोत थी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सतीश कुमार चतुर्वेदी थे कार्यक्रम की अध्यक्षता अरुण कुमार राय ने किया कार्यक्रम का संचालन प्रसिद्ध कवि समीर मिश्रा अमेठी ने किया कार्यक्रम में नीरज त्रिवेदी,सुशील कुमार (चौकी इंचार्ज कस्बा चिनहट),शशि गौरव श्रीवास्तव,अनिल सोनी एडवोकेट अमरेंद्र,सत्य प्रकाश,(बाबू जगजीवन राम नेशनल फाउंडेशन) सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली की गरिमा में उपस्थिति रही कार्यक्रम में वक्ता अनु मलिक बौद्ध,विवेक प्रताप सिंह,अनुज उपाध्याय,राकेश शर्मा,कमला पांडे,अमन पांडे,आदि ने संत रविदास जी के बारे में अपने-अपने विचार रखें। कार्यक्रम के अंत में लोगों को जलपान कराया गया। तत्पश्चात कार्यक्रम का समापन हुआ। लोगों ने कार्यक्रम में प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम वह रविदास जी के बारे में व्यक्ति की गई। बातों को बड़े गौर से सुना कार्यक्रम के आयोजन के लिए लोगों ने बाबू जगजीवन राम नेशनल फाउंडेशन वह प्रभात सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था को बारंबार धन्यवाद दिया।