

सुधीर कुमार मिश्रा समाचार संपादक
महराजगंजः जनपद के नौतनवां क्षेत्र के ग्राम पंचायत सेखुआनी में लगभग दस करोड़ की लागत से निर्माणाधीन नेताजी सुभाष चंद्र बोस केंद्रीय विद्यालय में भ्रष्टाचार और घटिया सामग्री के उपयोग को लेकर ग्रामीण संदीप मद्धेशिया के नेतृत्व में स्थानीय ग्रामीणों ने जनसुनवाई और मुख्यमंत्री हेल्पलाइन शिकायत में विद्यालय के निर्माण में गुणवत्ता मानकों की अनदेखी और पारदर्शिता की कमी की ओर इशारा किया।
संदीप मद्धेशिया ने जन सुनवाई और मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में बताया कि विद्यालय निर्माण में दोयम दर्जे की ईंट,गिट्टी और लोहे की छड़ों का इस्तेमाल हो रहा है। इसके साथ ही,निर्माण स्थल पर सूचना बोर्ड का न होना पारदर्शिता में कमी दर्शाता है। उन्होंने ठेकेदार के गैरजिम्मेदाराना रवैये और आपत्तिजनक बयानों का भी उल्लेख किया।
यहां के स्थानीय ग्रामीण अखिलेश मिश्रा,विवेक चौधरी,सुमित मिश्रा,महेंद्र कुमार गौड़,विन्देश्वर गौड़,रमेश चौहान,जितेन्द्र मोदनवाल,अनिल चौधरी,सूरज अग्रहरि समेत कई लोगों के अनुसार,ठेकेदार ने ईंटों की गुणवत्ता पर सवाल उठाए जाने पर कहा,”ईंटों का रंग गोरा या काला होना मायने नहीं रखता। जैसे एक मां के काले और गोरे दोनों बेटे समान रूप से कार्यक्षम हो सकते हैं,वैसे ही ईंटों का रंग भी गुणवत्ता को प्रभावित नहीं करता।”इस बयान ने ग्रामीणों में नाराजगी बढ़ा दी और निर्माण कार्य में अनियमितता के आरोपों को बल दिया।
स्थानीय ग्रामीणों की मांगः
•घटिया निर्माण सामग्री के उपयोग के लिए जिम्मेदार ठेकेदार पर कार्रवाई।
•निर्माण स्थल पर सूचना बोर्ड लगाने का आदेश।
•निर्माण कार्य को निर्धारित गुणवत्ता मानकों के अनुसार पूरा कराना।
•इस प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच।
स्थानीय ग्रामीण मामले को लेकर गहरी नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं। उनका कहना है कि विद्यालय जैसी महत्वपूर्ण परियोजना में भ्रष्टाचार से बच्चों के भविष्य पर बुरा असर पड़ेगा। ठूठीबारी के नेता जी सुभाष चंद्र बोस केंद्रीय विद्यालय का निर्माण बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। लेकिन भ्रष्टाचार और गुणवत्ता में अनियमितताओं के आरोप ने इस परियोजना पर सवाल खड़े कर दिए हैं।