
संपादक नागेश्वर चौधरी
दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में सूत्रों के मुताबिक तीन जजों की इन हाउस कमेटी अगले एक-दो दिन में जांच शुरू करेगी। चीफ जस्टिस संजीव खन्ना ने कमेटी के तीनों जजों को चिट्ठियां भेजी हैं। जांच किस तरीके और नियम से हो ये भी कमेटी खुद तय करेगी। वहीं,जस्टिस यशवंत वर्मा के तबादले की सिफारिश केंद्र सरकार ने मंजूर कर भी ली तो इलाहाबाद हाईकोर्ट में भी वो न्यायिक कामकाज नहीं कर पाएंगे। जो आदेश उनके लिए दिल्ली हाईकोर्ट में है वो ही इलाहाबाद हाईकोर्ट में भी लागू रहेगा। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि जस्टिस वर्मा पर ये कार्रवाई सिर्फ ट्रांसफर तक सीमित नहीं रहेगी। इस घटनाक्रम से न्यायपालिका में दूरगामी परिणाम आएंगे। तीन जजों की रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस के पास आने के बाद जस्टिस वर्मा के प्रकरण में आगे की कार्रवाई होगी। सुप्रीम कोर्ट सूत्रों ने एक बार फिर साफ किया कि जस्टिस वर्मा का ट्रांसफर इन हाउस इंक्वायरी से स्वतंत्र और अलग है,क्योंकि नियमों के तहत हाईकोर्ट के जजों का तबादला कॉलेजियम के जरिए होता है। समिति के जरिए नहीं,लेकिन नियमों के तहत जजों के खिलाफ आरोपों पर हाउस इंक्वायरी में सिर्फ सीजेआई की भूमिका है। इनमें कहा गया है कि सीजेआई ऐसी घटनाओं के संबंध में संबंधित हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस से रिपोर्ट मांगेंगे।