पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर की पति की हत्या,आरोपी पत्नी और प्रेमी गिरफ्तार

उप संपादक शत्रुघ्न प्रजापति
देवरिया। उत्तर प्रदेश में एक बार फिर रिश्तों को शर्मसार करने वाली वारदात सामने आई है,जिसने समाज को झकझोर कर रख दिया है। देवरिया जिले के तरकुलवा थाना क्षेत्र के पकड़ी छापर पटखौली गांव में रविवार सुबह एक ट्रॉली बैग में युवक की लाश मिलने से सनसनी फैल गई। स्थानीय लोगों ने जब बैग को देखा तो शक के आधार पर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब बैग खोला तो उसमें 35 वर्षीय एक व्यक्ति का शव मिला,जिसकी पहचान भटौली गांव निवासी नौशाद के रूप में हुई।
नौशाद हाल ही में सऊदी अरब से कमाकर घर लौटा था। शुरुआती जांच में जो सच सामने आया वह हैरान कर देने वाला था। नौशाद की हत्या उसकी पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर की थी। पुलिस ने जब तहकीकात को आगे बढ़ाया तो महज 12 घंटे के अंदर इस जघन्य हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया गया। बताया जा रहा है कि पत्नी को अपने प्रेमी से मिलने में नौशाद बाधा बन रहा था,इसी कारण उसने प्रेमी संग मिलकर अपने ही पति की जान ले ली और शव को 70 किलोमीटर दूर गांव में ठिकाने लगाने का प्रयास किया।
यह कोई पहली घटना नहीं है जब पत्नी ने प्रेमी संग मिलकर पति को मौत के घाट उतारा हो। अभी कुछ ही दिन पहले मेरठ में भी ऐसी ही वारदात सामने आई थी,जहां पत्नी ने अपने पति की हत्या कर शव को नीले ड्रम में भरकर छुपा दिया था। इसी तरह दिल्ली के चर्चित श्रद्धा वालकर हत्याकांड ने भी पूरे देश को दहला दिया था,जिसमें आफताब नामक युवक ने अपनी प्रेमिका की हत्या कर शव के टुकड़े कर फ्रिज में रखे थे।
पिछले कुछ वर्षों में इस तरह की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। कहीं प्रेम संबंधों में अंधे होकर लोग अपने जीवन साथी की हत्या कर रहे हैं, तो कहीं पारिवारिक कलह इसका कारण बन रही है। पुलिस अधिकारियों का भी कहना है कि आधुनिक जीवनशैली,सोशल मीडिया और नैतिक मूल्यों में गिरावट की वजह से रिश्तों में दरार और अपराधों में वृद्धि देखी जा रही है।
देवरिया पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर ने स्वयं मौके पर पहुंचकर जांच की निगरानी की और त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद पुलिस की टीम ने महिला और उसके प्रेमी को हिरासत में ले लिया है। फिलहाल पुलिस अन्य पहलुओं पर भी जांच कर रही है,जिसमें यह पता लगाया जा रहा है कि हत्या की साजिश कब और कैसे रची गई, और क्या इसमें और कोई लोग शामिल हैं।
देशभर में इस तरह की घटनाएं एक खतरनाक सामाजिक संकेत दे रही हैं। रिश्तों की मर्यादा और सामाजिक ताने-बाने को तोड़ते हुए लोग अब अपराध को समस्या का समाधान समझने लगे हैं,जो कि बेहद चिंताजनक है। सवाल यह भी उठता है कि हम किस दिशा में जा रहे हैं, और क्या समाज में रिश्तों की पवित्रता अब इतिहास बनती जा रही है?