जनपद के 54 पोल्ट्री फॉर्म प्रशासन की निगरानी के घेरे में

सुधीर कुमार मिश्रा समाचार संपादक
महराजगंज। गोरखपुर चिड़ियाघर में टाइगर की रहस्यमयी मौत ने पूर्वांचल में बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ा दिया है। इसका असर महराजगंज तक पहुंच गया है,जहां स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन सतर्कता की राह पर चल पड़ा है। जिले में मौजूद 54 पोल्ट्री फार्म अब निगरानी के घेरे में हैं। हर ब्लॉक से 5-5 मुर्गों के सैंपल इकट्ठा कर भोपाल और बरेली की लैब में भेजे जा रहे हैं,जिनकी रिपोर्ट आने में लगभग तीन हफ्ते लगेंगे। इस इंतजार के बीच,संक्रमण से निपटने के लिए हर मुमकिन उपाय किए जा रहे हैं। सैनिटाइज़र और ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव फार्म्स,गोशालाओं और संवेदनशील स्थानों पर कराया जा रहा है। पशुपालन विभाग की रैपिड रिस्पांस टीमें सक्रिय हैं,जो पोल्ट्री फार्म्स की नियमित जांच कर रही हैं।
डॉ.विनोद कुमार विश्वकर्मा के अनुसार,जिले में फिलहाल बर्ड फ्लू का कोई पुष्ट मामला नहीं है,लेकिन खतरे की आशंका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। सभी पोल्ट्री संचालकों को बायो-सिक्योरिटी नियमों का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन की ओर से अपील की गई है कि नागरिक सतर्क रहें,लेकिन घबराएं नहीं। किसी भी संदिग्ध लक्षण की सूचना तुरंत स्वास्थ्य विभाग को दें।