
सुधीर कुमार मिश्रा समाचार संपादक
सोनौली: भारत-नेपाल अंतर्राष्ट्रीय सीमा सोनौली बॉर्डर के नेपाली सीमा बेलहिया में स्वयं सेवी संस्था के कर्मचारियों ने भारत के रास्ते यूरोप के सोभाकिया जा रही आठ महिलाओं को रोक कर पुलिस की मदद से उनके परिजनों को सौंप दिया है।
बताया गया है कि उक्त सभी महिलाएं एक ही कस्बे की है जो सोनौली से दिल्ली जा रही थी उन्हें वहां एक आदमी मिलता जो नोयडा में नौकरी के सिलसिले में सभी को ट्रेनिग देता। मंगलवार की सुबह नेपाल से सोनौली सीमा में प्रवेश कर रही आठ महिलाओं को नेपाल बेलहिया में मानव सेवा संस्था से जुड़ी टीम शांति पुर्नस्थापना गृह की कार्यकर्ता ने संदेह के आधार पर रोक लिया और पूछताछ शुरू कर दी। तो पता चला कि सभी यूरोप के सोभाकिया जाने के लिए धर से निकली है। और उन्हें दिल्ली एक पते पर पहुचना है। जहां एक आदमी उनसे मिलता और नोयडा एक कम्पनी में लेकर जाता फिर एक सप्ताह की ट्रेनिग के बाद वह पासपोर्ट और बीजा मुहैया कराता।
संस्था के बेलहिया इंचार्ज निलेश चौधरी ने बताया कि चितवन जिले की आठ महिलाओं को रोका गया है। सभी 18 से 25 वर्ष की है। सभी के पास नेपाल की नागरिकता पाई गई है। यूरोप जाने के डॉक्यूमेंट में बताया कि उन्हें नोयडा में मिलता जहां एक सप्ताह की ट्रेनिग होनी थी। सभी को भैरहवा पुलिस की मदद से परिजनों को सौंपा जाएगा।