केसीटीएसएल में वसूली न देने पर महिला कंडक्टर को नौकरी से निकलने की धमकी,शिकायत अधिकारियों से

मुन्ना अंसारी स्टेट ब्यूरो
कानपुर। केसीटीएसएल (कानपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड) में चालक और परिचालक की ड्यूटी लगाने के नाम पर पैसे लिए जाने का मामला आम हो चुका है लेकिन अब वसूली का नया खेल शुरू हो गया है। इलेक्ट्रॉनिक बसों में सब कुछ ठीक होने के बावजूद अब टिकट फर्जी बताने के नाम पर पैसा मांगा जा रहा है। ऐसा न करने पर परिचालको(कंडक्टर) को तरह-तरह के आरोप लगाकर नौकरी से निकले जाने के मामले सामने आ रहे हैं। एक ऐसा ही मामला उस समय प्रकाश में आया जब एक महिला कंडक्टर वैशाली सिंह रामादेवी से बिंदकी जा रही थी तभी महाराजपुर के पास गाड़ी को कंपनी के एसएसआई राजीव कुमार ने रोक लिया और सभी यात्रियों की टिकट चेक की सभी दस्तावेज पूरे होने के बावजूद कंडक्टर को डरा धमका कर नौकरी से निकले जाने की धमकी दी।

इस पर कंडक्टर ने कैमरा चेक करने के साथ-साथ सभी यात्रियों के पास टिकट भी दिखाई लेकिन जांच करता ने सभी टिकट फर्जी बता कर न केवल 10 हजार रुपए की मांग की बल्कि न देने पर उसकी बैठकी कर दी। बताया जाता है कि बस चेक करने का अधिकार आरएम,एआरएम व टीआई को होता है जबकि राजीव नामक कर्मचारी को बस चेक करने का अधिकार नहीं है। वही इस बात से परेशान वैशाली सिंह ने कमिश्नर,मुख्य संचालन अधिकारी व प्रबंधक अधिकारी केसीटीसीएल से लिखित शिकायत भी की लेकिन किसी ने एक भी नहीं सुनी। वैशाली सिंह ने बताया कि नौकरी पुनः बहाल करने के नाम पर उसे एक अधिकारी के चाहेते चालक ने उक्त महिला को अभद्र टिप्पणी करते हुए अभद्र भाषाओं का प्रयोग कर उसे लज्जित भी किया गया। कंपनी के कुछ अन्य चालक परिचालकों में भी इस मामले की पुष्टि की है। अब देखना यह है कि शिकायती पत्र के आधार पर न्याय होता है या नहीं। शिकायतकर्ता के अनुसार जिस व्यक्ति ने गाड़ी चेक की उसे इसका अधिकार प्राप्त नहीं है। उसे एक अधिकारी ने गांव घर और शहर का होने के नाते फर्जी तरीके से नियुक्ति की है। ऐसे ही कई मामले कंपनी में है जो अंदर ही अंदर चल रहे हैं।